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भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में पंचायती राज संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं : ललन सिंह

पटना, 10 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पटना में मंगलवार को पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में पंचायती राज संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है और इसमें पंचायती राज संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। ललन सिंह ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में पीआरआई बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायत के एक गांव को गोबर गैस परियोजना के लिए चुनना चाहिए। गुजरात के सहकारी समिति से प्रेरित ललन सिंह ने अपने गांव में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गोबर गैस परियोजना शुरू करने की घोषणा की।

ललन सिंह ने कहा कि गोबर गैस प्लांट से ऊर्जा के साथ ही रसोई गैस भी मिल जाएगी। इससे वर्मी कम्पोस्ट भी बन जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में 2006 में पंचायत और 2007 में नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। आज महिलाएं सशक्त हैं। ललन सिंह ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांवों की स्वच्छता के लिए दो दो प्लास्टिक का डब्बा रख दें। इससे सफाई भी होगी और कचरा से खाद भी बनेगा। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले बिहार का बजट 25 हज़ार करोड़ होता था। आज 02 लाख 62 हजार करोड़ से अधिक है। उन्होंने मुख्य सचिव से आंणद (गुजरात) के सहकारी माडल को बिहार में लागू कराने के लिए कहा।

बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 2005 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी सरकार ने पंचायत को मजबूत किया गया। हमारा स्मार्ट विलेज कांसेप्ट है। बिहार में गांवों का खूब विकास हुआ है। पंचायत सरकार भवन बन रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आज से शुरू हुई तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पंचायती राज संस्थाओं के क्षमता निर्माण और संवर्द्धन के माध्यम से सामाजिक न्याय और सामाजिक सुरक्षा के सतत लक्ष्य को प्राप्त करने के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान स्थानीय निकायों और संस्थाओं के सशक्तिकरण पर हितधारकों के बीच काफी विचार-विमर्श और चर्चा होगी।

केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। केंद्रीय पंचायती राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया।