मथुरा, 06 अगस्त (हि.स.)। श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह विवाद के मामले में मंगलवार एक भाईचारे की पहल हुई, जन्मभूमि गेट नंबर 1 पर मुस्लिम समाज की राष्ट्रीय नेता रूबी खान, आसिफ खान एवं मुस्लिम समाज के एक दर्जन मुस्लिम नेता एवं महिला श्रीकृष्ण जन्मभूमि शाही ईदगाह विवाद मामले के हिंदू पक्षकार दिनेश शर्मा को भाईचारा का एक पत्र सौंपा है।
मुस्लिम समाज ने कहा कि भारतवर्ष जिसमें सभी हिंदू मुस्लिम एवं मजहब के लोग रहते हैं यह एकता कायम रहे, इसके लिए भगवान श्रीकृष्ण अपने मूल गर्व गृह में विराजमान होने चाहिए, मुगलों द्वारा जो मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई वह एकता एवं अखंडता में अभिशाप है। इसकी जगह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में ईदगाह का निर्माण हो।
मुस्लिम नेता रूबी खान ने कहा कि सभी मुकदमे न्यायालय ने स्वीकार कर लिए हैं, अब मुस्लिम पक्ष पलट नहीं सकता, अयोध्या की तरह फैसला आने पर मुस्लिम समाज की इज्जत पर बट्टा लगेगा, इसलिए न्यायालय से बाहर फैसला होना चाहिए।
मुस्लिम मंच के नेता आसिफ खान, सलीम खान ने कहा कि देश की तरक्की के लिए हमारे प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास का नारा देते हुए विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं, इस मिशन क़ो तभी पूरा किया जा सकता है जब बहुसंख्यक हिंदुओं की आराध्य भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर निर्माण में मुस्लिम समाज अपना बड़ा दिल दिखाए।
इस अवसर पर हिंदूवादी नेता एवं पक्षकार दिनेश शर्मा ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि हमने पहले ही मुस्लिम समाज से यदि आप कोई समझौता करते हैं तो 10 एकड़ भूमि एवं 10 करोड़ रुपये प्रदान करेंगे। हम मुस्लिम समाज का आज कै इस ऐतिहासिक पहलका स्वागत करते हैं।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से न्यास के पदाधिकार के साथ प्रमुख रूप से अदनान अली, सलीम खान, केसर जहां, आसमा खान, मुमताज बानो, अहमद, मोहम्मद नूर, आमीन कुरैशी, रिजवान अहमद, नादिरा बेगम प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी पंडित, महिला जिला अध्यक्ष गुंजन शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री अश्वनी कुमार, इंद्रदेव कौशिक, महानगर अध्यक्ष नरेश ठाकुर, राहुल गौतम, विनीत शर्मा, राजेश कृष्ण शास्त्री, राजेश पाठक मौजूद रही।