बहराईच हिंसा: उत्तर प्रदेश के बहराईच में हिंसा के दो मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया है. दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस टीम घटना वाले दिन से ही दोनों आरोपियों की तलाश कर रही थी. हालांकि, आज पुलिस को दोनों आरोपियों की लोकेशन मिल गई, जिसमें दोनों को ट्रेस कर लिया गया. इन आरोपियों के नाम सरफराज उर्फ रिंकू और फहीम हैं. ये दोनों आरोपी अब्दुल हमीद के बेटे हैं. ऐसी भी खबरें आई हैं कि दोनों आरोपियों का नेपाल बॉर्डर के पास हांडा बशहरी नहर के पास एनकाउंटर कर दिया गया है.
पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने कहा, ‘फिलहाल मुठभेड़ में किसी की जान जाने की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मुठभेड़ में दो लोगों को गोली लगी है.’ फिलहाल इस मसले पर पुलिस मुख्यालय में बैठकों का दौर शुरू हो गया है. बैठक में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं.
आरोपी की बहन का बयान आया सामने
एनकाउंटर की घटना के बाद अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कल शाम चार बजे मेरे पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाई सरफराज और फहीम और एक अन्य युवक को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ले गयी. मेरे पति और मेरे जीजाजी भी खा गये. उनके बारे में थाने से कोई सूचना हमारे परिवार को नहीं मिली है. हमें डर है, वे मुठभेड़ में मारे गए होंगे.
दोनों आरोपी रामगोपाल की हत्या में शामिल थे
इस एनकाउंटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि दोनों आरोपी बैराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल थे. दोनों ने अपने साथियों के साथ मिलकर रामगोपाल पर गोलियां बरसा दीं। इस घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें अब्दुल हमीद की छत पर चार से पांच लोग नजर आ रहे हैं. इसी छत पर रामगोपाल की गोली मारकर हत्या की गई थी।
बहराइच में कैसे भड़की हिंसा?
बता दें कि बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा रविवार शाम छह बजे दुर्गा प्रतिमा यात्रा में शामिल हुए थे. यात्रा जैसे ही महाराजगंज बाजार से गुजर रही थी, दो गुटों के बीच मारपीट हो गयी. बताया जाता है कि इसी दौरान छत से पत्थर फेंके गये, जिससे पलायन में तेजी आ गयी.
रामगोपाल की गोली मारकर हत्या के बाद हंगामा
बवाल के दौरान छत की मुंडेर पर रामगोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामगोपाल की मौत की खबर फैलते ही महाराजगंज इलाके में जमकर हंगामा हुआ. गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. अगले दिन भी हिंसा जारी रही और बड़ी संख्या में पुलिस की व्यवस्था करने का समय आ गया। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया. अब स्थिति सामान्य है.