वाराणसी, 03 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने पुस्तकालय विज्ञान के स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए एक नया इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया है। यह योजना शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस पहल के तहत शुरू हुई है। योजना का उद्देश्य शैक्षणिक ज्ञान और पेशेवर कौशल के बीच के अंतर को कम करना है। यह कार्यक्रम भारत में आधुनिक पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस. आर. रंगनाथन की विरासत को समर्पित है। प्रसिद्ध ग्रंथालयी डॉ. एस. आर. रंगनाथन का काशी हिंदू विश्वविद्यालय से गहरा संबंध था। पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान ने भारत में आधुनिक पुस्तकालय विज्ञान की नींव रखी।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने बताया कि डॉ एस.आर. रंगनाथन इंटर्नशिप कार्यक्रम विकास और सीखने के लिए नई राह खुलेगी। साथ ही उत्कृष्ट प्रतिभाओं को विश्वविद्यालय से जोड़ने का अवसर भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि डॉ एस.आर. रंगनाथन इंटर्नशिप कार्यक्रम इंटर्न्स को पुस्तकालय संचालन में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा। युवाओं के नए विचारों और दृष्टिकोणों को सामने लाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आरंभ में 20 इंटर्न्स का एक वर्ष के लिए चयन किया जाएगा, जिन्हें प्रति माह 20,000 रुपये का स्टाइपंड दिया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले इंटर्न्स को एक वर्ष का विस्तार दिया जा सकता है। जो इंटर्न कम से कम छह महीने की अवधि पूरी कर लेंगे, उन्हें इंटर्नशिप प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “यह योजना आकांक्षी पुस्तकालय पेशेवरों को अपने कौशल को निखारने और भविष्य की भूमिकाओं के लिए खुद को तैयार करने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगी।”
कुलपति ने बताया कि इस विश्वविद्यालय की पुस्तकालय प्रणाली, वर्तमान में विश्वविद्यालय के पुस्तकालय विज्ञान विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रम चलाती है। इस कार्यक्रम ने इंटर्न्स के कौशल और पुस्तकालय संचालन की समग्र दक्षता को बढ़ाने में काफी योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रबंधन विश्वविद्यालय की प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श प्रकोष्ठ की ओर से किया जाएगा।