जहरीली शराब बिहार में: बिहार के दो जिलों में शराब को लेकर जमकर हंगामा हुआ है. सीवान और छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़ गयी है. पुलिस के मुताबिक, सीवान में 20 और छपरा में 8 लोगों की मौत हुई है. इस तरह अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 से ज्यादा लोग अभी भी बीमार हैं. इनमें से ज्यादातर का इलाज सीवान के सदर अस्पताल में चल रहा है तो कुछ का इलाज छपरा में हो रहा है. जबकि कुछ को पटना रेफर किया गया है.
छपरा में तीन गिरफ्तार, 8 पर मामला दर्ज
छपरा के पुलिस प्रमुख आशीष कुमार ने कहा, ‘इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आठ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. विभागीय कार्रवाई के तहत मशरक थाना प्रभारी और मशरक क्षेत्र के एएलटीएफ प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.’
जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के मुताबिक, भगवानपुर थानेदार और भगवानपुर थाने के एएसआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.’
24 घंटे अलर्ट पर प्रशासनिक व्यवस्था, हेल्पलाइन नंबर की घोषणा
जहरीली शराब पीने से कई लोगों के बीमार पड़ने की जानकारी मिलते ही डीएम, एसपी समेत प्रशासनिक तंत्र भी हरकत में आ गया. सिस्टम द्वारा हेल्पलाइन नंबर 06154-24 2008 की घोषणा की गई है और लोगों से घटना के साथ-साथ मृत लोगों के बारे में तुरंत सूचित करने का अनुरोध किया गया है। इसके अलावा सदर अस्पताल सीवान और बसंतपुर स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों को 24 घंटे अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है और अतिरिक्त एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है.
राजद ने सरकार पर हमला बोला
जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत पर विपक्ष ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘जहरीली शराब पीने से लोगों की जान गई है. यह बेहद दुखद और चिंताजनक है कि बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद लाठीचार्ज की घटनाएं सामने आ रही हैं, किस तरह जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं.’
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने आरोप लगाया, ‘शराब माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त है और जब तक उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है. शराबबंदी लागू है लेकिन शराबबंदी कानून का उल्लंघन हो रहा है. एनडीए सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है.’