जानकारी सामने आई है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है. मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं की सुरक्षा का आश्वासन दिया है.
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद हिंसा जारी है. देश के हिंदू अल्पसंख्यकों को जमकर निशाना बनाया गया है, जिस पर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से बांग्लादेश के हालात का भी जिक्र किया. अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी को फोन किया है. इसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने दी है.
दोनों नेताओं के बीच क्या हुई बातचीत?
पीएम नरेंद्र मोदी ने जानकारी दी है कि उन्हें प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस का फोन आया था. दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत का समर्थन दोहराया। पीएम मोदी ने कहा कि मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है.
लाल किले से क्या बोले पीएम मोदी?
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से बांग्लादेश का जिक्र किया. पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय पड़ोसी देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है और बांग्लादेश की विकास यात्रा में उसका शुभचिंतक बनेगा.
यूनुस ने पहले ही संदेश दे दिया है
बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार को उखाड़ फेंकने और शेख हसीना की भारत यात्रा के बाद 8 अगस्त को मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली। यूनुस के कार्यभार संभालने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया।