जौनपुर, 03 अक्टूबर (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के संविदा शिक्षक सुधीर कुमार उपाध्याय के खिलाफ प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाये हैं। इस पर छात्रा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताते हैं किइससे पहले भी सुधीर पर कई छात्राओं ने यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए है।जिसे विश्वविद्यालय के दायरे में सुलझा लिया गया था। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी छात्रा ने साहस दिखाते हुए कानूनी रास्ता अपनाया है।
छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया है कि पर्यावरण विज्ञान विभाग के संविदा शिक्षक सुधीर कुमार उपाध्याय उसे रोजाना शाम 7:30 से 8 बजे के बीच फोन करते थे। फोन पर वे अश्लील बातें करने का प्रयास करते थे और बार-बार वीडियो कॉल करने का दबाव डालते थे। उन्होंने कई बार छात्रा से यह भी पूछा कि उसने क्या पहना हुआ है और जब छात्रा ने बताया कि उसने शॉर्ट्स पहन रखे हैं तो प्रोफेसर ने वीडियो कॉल करने की जिद की। यह कहते हुए कि वह देखना चाहते हैं कि शॉर्ट्स कहां पहने हैं।
छात्रा ने आगे आरोप लगाया कि प्रोफेसर ने उसे कई बार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और अन्य छात्रों के सामने भी उसे अपमानित किया। वे अक्सर कक्षाओं में समय पर नहीं आते थे और अनुचित आचरण में लिप्त रहते थे। शिक्षक एक गंदी मानसिकता के व्यक्ति हैं। उनके व्यवहार के कारण कई छात्राएं परेशान रही हैं। छात्रा ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह पहला मौका नहीं है, जब संविदा शिक्षक सुधीर कुमार उपाध्याय पर इस प्रकार के गंभीर आरोप लगे हैं। 2020 से लेकर अब तक कई छात्राओं ने उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाई हैं। 2020 में सुधीर पर आरोप लगे थे कि वे कक्षाएं सही ढंग से नहीं लेते हैं। अन्य शिक्षकों की बुराई करते हैं और रिश्वत मांगते हैं।
इसी साल, एक और छात्र ने सुधीर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसमें जांच हाेने पर व्हाट्सएप पर अनुचित मैसेज और फोटो-वीडियो की मांग करने की बातें सामने आई थीं। 2022 में भी एमएससी की एक छात्रा ने मानसिक उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार की शिकायत की थी।
ताजा मामले में थाना प्रभारी राज नारायण चौरसिया ने बताया कि छात्रा की शिकायत के आधार पर प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपी प्रोफेसर की पिछली गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस इस मामले में गहन छानबीन कर रही है।
क्षेत्राधिकारी सदर परमानंद कुशवाहा ने मीडिया काे बताया कि विश्वविद्यालय में एक छात्रा द्वारा यह आरोप लगाया कि पर्यावरण विभाग के एक प्रोफेसर द्वारा रात्रि काल में उसको फोन किया जाता है। वीडियो कॉल कर अश्लील बात करने के लिए जबर्दस्ती प्रताड़ित किया जाता है। बात न करने पर क्लास रूम में उसको प्रताड़ित किया जाता था। सभी छात्रों के सामने बेइज्जती की जाती है। उक्त छात्रा से तहरीर प्राप्त कर सुसंगत धाराओं में अभियाेग पंजीकृत किया गया है। विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित है। हालांकि इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन के यौन उत्पीड़न समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर अनूप गोयल भी जांच कर रहे हैं।