जयशंकर जवाब: पीएम मोदी यूक्रेन की अपनी एक दिवसीय यात्रा के तहत शुक्रवार को राजधानी कीव में थे. इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस बीच दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई. दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान एक पल ऐसा भी आया जब प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ेलेंस्की को गले लगा लिया. दोनों नेताओं की इस जोरदार मुलाकात की चारों ओर चर्चा हो रही है.
इस यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर ने मीडिया से बात की. इसी दौरान एक पत्रकार ने मोदी से मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात को लेकर सवाल पूछा. जिस पर विदेश मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हमारे वहां लोग हैं जब वे एक-दूसरे से मिलते हैं, एक-दूसरे को गले लगाते हैं। ये भले ही आपकी संस्कृति का हिस्सा न हो लेकिन ये हमारी संस्कृति है.
मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के छह हफ्ते बाद पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा हो रही है। ज़ेलेंस्की ने मोदी-पुतिन मुलाकात की कड़ी निंदा की. रूस ने यूक्रेन में बच्चों के अस्पताल पर उसी दिन हमला किया, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी 8 जुलाई को अपनी रूस यात्रा के तहत मॉस्को पहुंचे थे। जिसमें कई बच्चों समेत 41 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी की पुतिन को गले लगाते हुए तस्वीर सामने आई तो यूक्रेन समेत पश्चिमी देशों ने इसकी कड़ी निंदा की. यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि यह “निराशाजनक” है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता ने मॉस्को में एक हत्यारे अपराधी को गले लगा लिया।
इसी संदर्भ में मीडिया ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पूछा ये सवाल. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मुलाकात को रणनीतिक लिहाज से अहम माना जा रहा है. खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक भू-राजनीति तेजी से बदल रही है। इस बातचीत का मकसद न सिर्फ दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा सहयोग बढ़ाना है बल्कि वैश्विक मंच पर दोनों देशों की भूमिका को मजबूत करना भी है.
विदेश मंत्री ने इस बातचीत को सकारात्मक बताते हुए कहा कि भविष्य में भारत और यूक्रेन के रिश्ते और मजबूत होंगे. प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से दोनों देशों को फायदा होगा.