नवादा, 25 सितम्बर (हि.स.)। नवादा के एसएन सिन्हा कॉलेज, वारिसलीगंज नवादा के सभा-कक्ष में आंतरिक गुणवत्ता एवं आष्वासन प्रकोष्ठ के तत्वाधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन प्रधानाचार्य प्रो (डॉ.) दीपक कुमार के संरक्षण में बुधवार को सम्पन्न हुआ।
संगोष्ठी का विषय था ‘‘वैष्वीकरण: अवसर व चुनौतियां राजनीति, सामाजिक न्याय व सतत् विकास के परिप्रेक्ष्य में।’’ इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता टीएस कॉलेज हिसुआ के प्रधानाचार्य, प्रो (डॉ.) वेद प्रकाष चर्तुवेदी ने वैष्वीकरण का राजनीतिक सह संबंध में विस्तार से चर्चा की एवं आम लोगो को बाजार के मांग के अनुरूप न ढ़लने की सलाह दी।
मुख्य वक्ता डॉ अंजनी कुमार घोष (एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीतिक विभाग, मगध विश्वविद्यालय, बोध गया) ने भारतीय संप्रभुता के खतरे: मीडिया और पूंजीपतियों की भूमिका पर प्रकाष डाला एवं सरकार की नीति में लोक कल्याणकारी योजनाओं में धीरे-धीरे सहयोग कम करने की बात कही। तीसरे मुख्य वक्ता डॉ अनिल कुमार पटेल (विभागाध्यक्ष समाजषास्त्र, आरएमडब्लू कॉलेज, नवादा) नें समाजिक न्याय और समानता पर अपना व्याख्यान दिया, जिसमें कहा आपदायें अवसर का सृजन करती हैं।
चतुर्थ मुख्य वक्ता डॉ कुमार वरूण (सहायक प्रोफेसर, हिन्दी विभाग, एएन कॉलेज, पटना) नें वैश्विकरण पूंजीपतियों के विकास का आधार हैं। भूमण्डलीकरण का मानव सभ्यता के स्त्री, दलित, जनजातीय एवं बहुजन विमर्ष पर पड़ने वाले प्रभाव पर विषेष प्रकाश डाला। कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो (डॉ) दीपक कुमार ने पूरे विश्व को अपना परिवार माना एवं वैष्विक ग्राम संकल्पना का ज्रिक किया।