नई दिल्ली। अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश करते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) ने नया यूनिफॉर्म टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। खास बात यह है कि इसमें जीएसटी जैसी व्यवस्था होगी, क्योंकि अलग-अलग टैक्स की जगह यूनिफॉर्म टैरिफ ही लिया जाएगा। यह नई व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू होगी। इस नई व्यवस्था का फायदा CSDL के 13 करोड़ निवेशकों को मिलेगा। एक और खास बात यह है कि इस नए टैरिफ स्ट्रक्चर में कुछ छूट भी लागू होंगी।
एकसमान टैरिफ पर CSDL ने क्या कहा?
कंपनी ने कहा, “सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड 13 करोड़ से अधिक निवेशकों के लिए एक समान टैरिफ की घोषणा करते हुए प्रसन्न है। सीडीएसएल ने 3.50 रुपये/डेबिट लेनदेन के एक समान टैरिफ की घोषणा की है।” डिपॉजिटरी के इस कदम से 13 करोड़ से अधिक निवेशकों के लिए लेनदेन लागत को सुव्यवस्थित करने की उम्मीद है जो अपनी डिपॉजिटरी जरूरतों के लिए सीडीएसएल पर निर्भर हैं।
शेयर खरीदने-बेचने पर पड़ेगा असर
दरअसल, सीडीएसएल जैसी डिपॉजिटरी द्वारा लिया जाने वाला ट्रांजैक्शन चार्ज वह शुल्क है जो डीमैट अकाउंट से शेयर बेचने पर लिया जाता है। ऐसे में एक समान टैरिफ सिस्टम की शुरुआत के साथ संशोधित टैरिफ का उद्देश्य ट्रांजैक्शन लागत को मानकीकृत करना है। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड एक केंद्रीय सुरक्षा डिपॉजिटरी है। यह शेयर, बॉन्ड जैसी प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने की सुविधा प्रदान करती है।
छूट जारी रहेगी
नए टैरिफ ढांचे के अलावा, सीडीएसएल ने यह भी घोषणा की है कि कुछ छूटें लागू रहेंगी। विशेष रूप से, महिला डीमैट खाताधारकों को, चाहे वे सिंगल हों या प्राइमरी होल्ड, प्रति डेबिट लेनदेन पर 0.25 रुपये की छूट मिलती रहेगी। महिला डीमैट खाताधारकों को, चाहे वे सिंगल हों या प्राइमरी होल्ड, प्रति डेबिट लेनदेन पर 0.25 रुपये की छूट मिलती रहेगी।
इसी प्रकार, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड आईएसआईएन (अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति पहचान संख्या) से संबंधित डेबिट लेनदेन पर भी 0.25 रुपये की छूट लागू होगी।