गाजियाबाद, 29 अगस्त (हि.स.) । क्राइम ब्रांच व स्वाट टीम ट्रान्स हिंडन जोन व थाना इन्दिरापुरम पुलिस ने गुरुवार को इन्दिरपुरम इलाके में साँई क्रिएशन शोरूम का शटर उखाडकर विभिन्न इंटरनेशनल ब्राण्ड की तीन लाख रुपये की घडियों की चोरी की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस करोड़ों रुपये की घड़ियों की सनसनीखेज तरीके से चोरी की वारदात अंजाम देने वाले दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों चोर अन्तर्राज्यीय चादर गैंग (घोडासहन) के सक्रिय सदस्य हैं। खासबात यह यह है कि यह रैकी करने के बाद घटना को अंजाम देता है और वारदात को अंजाम देने के बाद नेपाल चले जाते हैं।
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष दशरथ पाटिल ने मीडिया को बताया कि 10 अगस्त की रात में थाना इन्दिरापुरम क्षेत्र में साँई क्रिएशन शोरूम में घुसकर अज्ञात चोरो ने करोड़ों रुपये की कीमत की घड़ियां चोरी की थी। चोरों ने महंगे इंटरनेशनल ब्रांड की 671 घड़ियों पर हाथ साफ किया था। जिनकी कीमत तीन करोड़ रुपये थी। खास बात यह थी चोरों ने शोरूम के पीछे का शटर चादर से उखाड़कर सनसनीखेज तरीके से वारदात को अंजाम दिया था।
श्री पाटिल ने बताया कि शातिर आज संतोष कुमार जायसवाल व रोहित कुमार पासवान को छिजारसी कट के सामने कनावनी पुस्ता रोड से गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से इण्टरनेशनल ब्राण्ड की 125 घडियाँ बरामद हुई है।
पुलिस पूछताछ में आरोपी संतोष कुमार जायसवाल ने बताया कि वह मूल रूप से घोडासहन बिहार का रहने वाला है तथा घोडासहन में ठेले पर मुर्गा मछली फ्राई कर बेचने का काम करता है जो उसका पैतृक काम है परन्तु इसमें ज्यादा फायदा नही होने के कारण वह अपराध मे लिप्त हो गया। घोडासहन में चोरो के कई गिरोह चलते है जो देश के विभिन्न राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते है। इन्ही गिरोहोँ में से सचिन व सिराज के गिरोह से सम्पर्क होने पर संतोष उनके साथ काम करने लगा । पूर्व में सिराज के गैंग के साथ उत्तराखण्ड राज्य में ज्वालापुर हरिद्वार में मोबाइल के शोरूम में चादर लगाकर शटर उखाडकर मोबाइलों की चोरी की थी। जिसमें इनके गिरोह के 09 सदस्य गिरफ्तार हुए थे जिसमें संतोष उपरोक्त फरार था तथा उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी घेषित हुआ था। जेल से छूटने के बाद इन लोगो ने पुनः गैग बनाया जिसमें घोडासहन के संतोष, रोहित पासवान, सिराज, जितेन्द्र उर्फ जीतन साहनी, रोशन, राहुल पासवान व सीतामढी का जीतन पासवान तथा नेपाल के सचिन, प्रमोद व आसामी उर्फ संतोष के साथ मिलकर देश के विभिन्न राज्यों में चादर लगाकर चोरी की वारदात करने लगे। आरोपी रोहित पासवान ने बताया कि वह भी मूल रूप से घोडासहन का रहने वाला है तथा ठेले पर मुर्गा मछली बेचने का काम करता था । रोहित व उसका भाई राहुल पासवान पहले नईम उस्ताद व विजय जो घोडासहन बिहार के थे के गैंग में चोरी का काम करते थे इनके द्वारा थाना नालासुपारा जिला थाणे महाराष्ट्र में चादर लगाकर मोबाइल के शोरूम का शटर उखाडकर चोरी की थी जिसमें इनके गैंग के 09 सदस्य गिरफ्तार हुए थे । जेल से छूटने के बाद दोनो भाईयों ने सचिन व सिराज के गैंग मे शामिल होकर चोरी की वारदात करना शुरू कर दिया।
दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगो का शोरूम के बाहर चादर लगाकर शटर उखाडकर चोरी करने का गिरोह है। जो पूरे देश में घूम-घूम कर अलग-अलग राज्यों में चोरी की वारदात करते है। इनके गैंग में सचिन, प्रमोद व आसामी उर्फ संतोष नेपाल के रहने वाले है जो चोरी के बाद ज्यादातर चोरी का माल लेकर नेपाल चले जाते है। घोडासहन भी नेपाल बॉर्डर पर स्थित है। चोरी के बाद सभी लोग ज्यादातर अपना घर छोडकर नेपाल मे रहते हैं और वहीं पर सारा माल बेचकर आपस में पैसे बाँट लेते है। जो सदस्य रैकी करता है और सबको लाकर चोरी होने तक उनका खर्चा उठाता है उसको ज्यादा हिस्सा मिलता है। घटना करने से पहले जिस शहर में घटना करनी होती है उसके आस-पास कमरा किराये पर लेते है और मजदूरी या पुताई आदि का काम करने लगते है। धीरे-धीरे रैकी करके जब दुकान चिन्हित कर लेते हैं फिर अपने बाकी सदस्यों को बुला लेते है। घटना करने से पहले अपने मोबाइल कमरे पर ही रखकर जाते है ।