प्रयागराज, 30 सितम्बर (हि.स.)। संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) प्रयागराज मण्डल दिब्यकांत शुक्ल सोमवार को सेवानिवृत्त हो गये। डीडीआर आर एन विश्वकर्मा प्रभारी जेडी बनाये गये हैं। रिटायर जेडी दिब्यकांत शुक्ल का भव्य विदाई समारोह शाम को जीआईसी प्रांगण में हुआ।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी एलनगंज अनिल भूषण चतुर्वेदी, प्रभारी जेडी आर विश्वकर्मा, यूपी बोर्ड के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव श्रीमती विभा मिश्रा, मनोविज्ञानशाला की निदेशक ऊषा चन्द्रा, डीआईओएस पीएन सिंह, बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी, यूपी बोर्ड मुख्यालय के उप सचिव देवव्रत सिंह, एडीआईओएस लाल बाबू मौर्य, जीआईसी के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र सिंह, जीजीआईसी कटरा की प्रधानाचार्या शशिबाला चौधरी, प्रधानाचार्य डॉ हरि प्रकाश यादव, प्रधानाचार्य डॉ रवि भूषण सहित अन्य प्रमुख लोगों ने पूर्व जेडी दिब्यकान्त शुक्ल को भव्य समारोह में माल्यार्पण कर विदाई दी।
संचालन करते हुए डॉ प्रभाकर त्रिपाठी ने यूपी बोर्ड के सचिव और जेडी प्रयागराज के रूप में दिब्यकांत शुक्ल द्वारा किए गए कार्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान पूर्व सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बिना नकल हुए, पर्चा आउट हुए, बिना परीक्षा निरस्त हुए और कम समय में परीक्षा कराकर और कम समय में कापियों का मूल्यांकन कराकर रिजल्ट घोषित किया। डॉ प्रभाकर त्रिपाठी ने कहा कि परीक्षा केंद्रों की गुणवत्ता से कोई समझौता कभी नहींं किया। ऑनलाइन यूपी बोर्ड के अंकपत्र बनाने, संशोधन करने सहित अन्य सराहनीय कार्य कर यूपी को एक नयी दिशा और ऊंचाई दी। उन्होंने कहा कि मण्डल के जीआईसी और जीजीआईसी की ऑनलाइन मानीटरिंग करके नया इतिहास बना दिया है।
इस अवसर पर सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने सम्बोधन में यूपी बोर्ड के पूर्व सचिव और पूर्व जेडी दिब्यकांत शुक्ल के कार्यशैली, मृदु व्यवहार, नयी सोच और टीम को लेकर सदैव नया करने के सोच की प्रशंसा की।