कानपुर, 28 अगस्त (हि.स.)। भारत और बांग्लादेश के बीच ग्रीनपार्क स्टेडियम में 27 सितम्बर से प्रस्तावित टेस्ट मैच की तैयारियों को परखने के लिए मण्डलायुक्त अमित गुप्ता बुधवार को स्टेडियम पहुंच गए।
मण्डलायुक्त ने मैदान से लेकर प्लेयर्स पैवेलियन, मीडिया सेन्टर और अन्य दर्शक दीर्घाओं का निरीक्षण बारीकी से किया। इस दौरान उन्होंने यूपीसीए और खेल विभाग के अधिकारियों से मैच की तैयारियों की स्थिति का जायजा लिया और यूपीसीए और खेल विभाग के अधिकारियों को स्टेडियम में मैच से सम्बन्धित कार्यों को सूचीबद्ध तरीके से और तय समय पर सम्पादित करने के निर्देश भी दिए। मण्डलायुक्त ने न्यू प्लेयर पैवेलियन और फिर दर्शकों की बैठने की जगह का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खेल विभाग और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों को निर्देशित किया।
ग्रीनपार्क स्टेडियम पहुंचते ही सबसे पहले मंडलायुक्त यूपीसीए के दफ्तर से होते हुए सीधे स्टेडियम की तरफ पहुंचे। यहां पर उन्होंने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों से स्टेडियम की दर्शक क्षमता कैसे कम होती चली गई, इसको जाना। इस दौरान एसोसिएशन के अधिकारियों ने बताया कि प्लेयर्स पवेलियन का निर्माण होने के बाद से धीरे-धीरे दर्शक क्षमता कम हो गई, क्योंकि जब से ग्रीनपार्क बना है, उसके बाद से खिलाड़ियों के लिए तीन प्लेयर्स पवेलियन अभी तक बन चुके हैं, लेकिन दर्शकों के लिए गैलरी का निर्माण नहीं कराया गया। इस कारण दर्शक क्षमता कम होती गई। इसके बाद मंडलायुक्त ने खिलाड़ियों की बैठने की जगह न्यू प्लेयर्स पवेलियन का निरीक्षण कर वहां का हाल जाना।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान कहा कि जो-जो कमियां इस बिल्डिंग में है उसकी सूची तैयार करें और जो काम जिस विभाग का हो वह पूरी जिम्मेदारी के साथ इसको जल्द से जल्द पूरा कराए। खेल विभाग के अंडर में जो क्षेत्र आता है वहां का काम उपनिदेशक खेल के द्वारा कराया जाए और जो भाग उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर में आता है उसे वहां के अधिकारी जल्द से जल्द ही पूरा करांए। यदि कोई काम लोक निर्माण विभाग के स्तर से होना है तो उसे भी बताएं ताकि समय रहते अधिकारियों को लगाकर काम को पूरा करा दिया जाए। मंडलायुक्त जब न्यू प्लेयर्स पवेलियन में पहुंचे तो वहां पर कई जगह से पानी टपक रहा था। इसके अलावा ग्रीनपार्क के अंदर बने रेस्टोरेंट की तरफ पहुंचे तो वहां की पहली मंजिल में फर्श पर पानी भरा हुआ था। पता चला कि ऊपर छत के रास्ते से पानी टपकता रहता है, जिसके कारण यहां पानी भरा हुआ है। इन सभी कमियों को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए गए।