विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से करीब 1 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं. इसका असर आगे भी बाजार पर देखने को मिल सकता है. तीन दिन बाद आज फिर बाजार खुल रहा है. गुरु नानक जयंती के अवसर पर शुक्रवार को भारतीय बाजार बंद थे। आज फिर बाजार में गिरावट देखने को मिली है।
शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. पिछले डेढ़ महीने में निवेशकों को करीब 48 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इन सबके बीच विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से करीब 1 लाख करोड़ रुपये निकाल लिए हैं. इसका असर आगे भी बाजार पर देखने को मिल सकता है. मिंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कमजोर वैश्विक बाजार संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 सोमवार को गिरावट के साथ खुल सकते हैं। आज जब बाजार खुला तो निफ्टी और सेंसेक्स दोनों रेड जोन में नजर आए। सुबह 9.30 बजे के आसपास निफ्टी 52 अंक नीचे 23,480 पर और सेंसेक्स 201 अंक नीचे 77,378 पर था।
गिफ्ट निफ्टी से आ रहा है सिग्नल
GIFT निफ्टी के रुझान भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स के लिए गैप-डाउन की शुरुआत का भी संकेत देते हैं। गिफ्ट निफ्टी 23,500 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 100 अंक की छूट है। आपको बता दें कि शुक्रवार को गुरु नानक जयंती के मौके पर भारतीय बाजार बंद थे. गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार सूचकांकों में लगातार छठे सत्र में गिरावट जारी रही। सेंसेक्स 110.64 अंक गिरकर 77,580.31 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 26.35 अंक या 0.11% गिरकर 23,532.70 पर बंद हुआ।
बाजार नकारात्मक हो सकता है
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ नागराज शेट्टी ने कहा, निफ्टी 50 अब प्रमुख 200DMA से नीचे 23,540 पर है। डीएमए एक संकेतक है जो चार्ट को देखते समय प्रवृत्ति को समझना आसान बनाता है।
ऐसे में निवेशकों को क्या करना चाहिए?
इस समय निवेशकों को अधिक निवेश से बचना चाहिए और सुरक्षित रूप से पूंजी बचाने पर ध्यान देना चाहिए। उनका कहना है कि फंड का विविधीकरण इस समय हर निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय होना चाहिए। फिर, जब निवेश का समय आता है, तो वे म्यूचुअल फंड और सोने पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, ईटी की रिपोर्ट की मानें तो बाजार में अभी और गिरावट आ सकती है। ऐसे में अगर कोई अपने फंड को कम अंतराल पर निवेश करता है तो यह लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न वाला विकल्प हो सकता है।