जौनपुर, 13 नवम्बर (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय के गणित विभाग में दो दिवसीय व्याख्यान माला का समापन बुधवार को हुआ l विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर सर्वेश कुमार, भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम केरल के द्वारा छात्र-छात्राओं को अवकलन समीकरणों के न्यूमेरिकल हल करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गणितीय विधि से कई समस्याओं का हल बताया। कहा कि इससे कई समस्याओं का हल हाेता है।
उन्हाेंने कहा कि डाटा एनालिसिस, मानव शरीर में रक्त प्रवाह, पर्यावरण प्रदूषण, बैंकिंग, जल प्रदूषण की समस्याओं के निवारण में उपयोग किया जा सकता हैl उन्होंने छात्र-छात्राओं को सम्बाेधित करते हुए भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम उनके लिए भविष्य की सम्भावनाओं को भी विस्तार से बताया। उन्होंने
रक्त की शिराओं में खून के प्रवाह को प्रभावित करने वाले पैरामीटर के प्रभाव पर चर्चा की। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान में विभिन्न अंतरिक्ष उपग्रह के समय के साथ गमन मार्ग की मॉडलिंग अवकलन समीकरणों के माध्यम से करते हुए उनका उचित हल प्राप्त किया जा सकता है l कहा कि इन समीकरणों से केवल वे हल उपयुक्त होंगे जो उद्योगों के लिए उपयोगिता पूर्ण हो l उन्होंने सामान्य जीवन के कुछ उदाहरण लेकर समाकलन और अवकलन के बीच के सम्बंध को समझाने का प्रयास किया।
इस व्याख्यान माला में प्रतिभागियों के रूप में इंजीनियरिंग संस्थान के बी टेक तथा प्रोफेसर रज्जू भैया संस्थान के एम एससी गणित एवं शोध छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। अतिथि परिचय डॉ दीपक कुमार मौर्य एवं संचालन प्रोफेसर राजकुमार ने किया। अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर मिथलेश एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुशील शुक्ला ने किया।