नई दिल्ली: भारत सरकार ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए निगरानी रखने वाले व्यक्ति के रूप में संजय वर्मा को नामित करने के बाद उन्हें वापस बुला लिया है। कनाडा के सी-टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में दिल्ली स्थित इस राजनयिक ने कनाडा पर पलटवार करते हुए कहा कि खालिस्तानी आतंकी असल में कनाडा सरकार की गुप्त संपत्ति हैं. इसलिए वह लगातार और समान रूप से उसकी मदद कर रही है.
उन्होंने कहा, “मैं यह भी जानता हूं कि कुछ खालिस्तानी आतंकवादी कनाडाई गुप्त खुफिया सेवा (सीएसआईएस) की वर्गीकृत संपत्ति हैं।” मैं यह भी स्पष्ट करता हूं कि इसके लिए कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है.’
कनाडा सरकार ने आरोप लगाया था कि खालिस्तान अलगाववादी निज्जरों की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे.
भारत ने कनाडा के इन आरोपों को निरर्थक और बेकार बताते हुए खारिज कर दिया है। इसके साथ ही यह भी गौरतलब है कि जस्टिन ट्रूडो ने पिछले हफ्ते खुद कहा था कि भारत के खिलाफ उनके आरोप उन्हें मिली खुफिया जानकारी पर आधारित थे जो ठोस सबूत के अधीन नहीं थे।
ट्रूडो की इस स्वीकृति के बाद भारत के विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी ट्रूडो पर आ गई।