बांग्लादेश के अगले पीएम: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा व्यवस्था खत्म करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चल रहा है. इसी बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और अपना देश छोड़कर ढाका से अगरतला होते हुए भारत आ गईं. शेख हसीना ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की और अब चर्चा है कि शेख हसीना लंदन या फिनलैंड जा सकती हैं.
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनेगी
हसीना के देश छोड़ते ही बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमान ने कहा, ‘हम सभी दलों के साथ बैठक के बाद देश में अंतरिम सरकार बनाएंगे. आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों को अब न्याय मिलेगा.’
आरक्षण विरोधी आंदोलन के संयोजक नाहिद इस्लाम ने आज सुबह कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनेगी. आइए जानते हैं कौन हैं मोहम्मद यूनुस.
कौन हैं मोहम्मद यूनुस?
मोहम्मद यूनुस का जन्म 28 जून 1940 को हुआ था. वह एक बांग्लादेशी अर्थशास्त्री, बैंकर, सामाजिक उद्यमी और नागरिक समाज नेता हैं। उन्होंने 1961 से 1965 तक बांग्लादेश के चटगांव विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
फिर 1983 में ग्रामीण बैंक की स्थापना हुई. जिसमें गरीबों को अपना लघु उद्योग शुरू करने के लिए ऋण दिया गया। ताकि बांग्लादेश के लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला जा सके. यूनुस को उनके काम के लिए 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 2007 में नागरिक शक्ति नाम से एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई।
मोहम्मद यूनुस को नोबेल के अलावा कई अन्य पुरस्कार भी मिल चुके हैं. 2009 में प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम और 2010 में कांग्रेसनल गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप में 6 महीने जेल की सजा भी सुनाई गई थी.
यूनुस 2012 से 2018 तक स्कॉटलैंड की ग्लासगो यूनिवर्सिटी के चांसलर भी रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने 1998 से 2021 तक संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन के निदेशक मंडल के सदस्य के रूप में भी काम किया है।