कानपुर, 06 अगस्त (हि.स.)। भारत कृषि प्रधान देश है और महिलाएं बराबर पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग करती हैं। कृषि में अब बहुत सी तकनीक आ गई हैं जिससे महिलाओं का योगदान कृषि में लगातार बढ़ रहा है। यह बातें मंगलवार को सीएसजेएमयू के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कही।
छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन और स्कूल ऑफ एडवांस एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कृषि में महिलाओं के योगदान पर विशेष रुप से प्रकाश डाला। इसके साथ ही उन्होंने जेनेटिक इंजीनियरिंग का प्रयोग करते हुए फसल की गुणवत्ता में सुधार करने का सुझाव भी दिया।
सीईओ इनोवेशन फाउंडेशन विवेक मिश्र ने कृषि के समग्र विकास में कृषि की भूमिका के बारे में बताया तथा विद्यार्थियों को इनोवेशन फाउंडेशन के द्वारा आधार देने के लिए प्रेरित भी किया। इस मौके पर इनोवेशन फाउंडेशन की डीन डॉ. शिल्पा कायस्था ने कृषि में उद्यमिता के बारे में विशेष रुप से विद्यार्थियों को बताया कि स्टार्टअप विकसित करने के लिए भारत सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
न्यूट्रीकोष इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर आशुतोष तिवारी ने किसान को अपनी फसलों को उपयुक्त माध्यम से बेचने के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। पीबीसी पेट बडी के फाउंडर ओजस त्रिपाठी ने जानवरों की सहायता और कल्याण के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपना अनुभव साझा किया। कृषि संकाय निदेशक डॉ. हिमांशु त्रिवेदी ने विद्यार्थियों को राष्ट्र के विकास एवं व्यक्तित्व निर्माण के बारे बताया।
विवि के नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि स्टार्टअप किस प्रकार एक छोटे से आइडिया को लेकर शुरु किया जाता है और एक बड़े साम्राज्य के रुप में स्थापित हो जाता है। इस दौरान डॉ. अंकित सिंह भदौरिया, डॉ. अमन राठौर, डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. ह्रदेश राजपूत, डॉ. शुभम बाजपेई, डॉ. रुप किशोर पचौरी, डॉ. अभिषेक द्विवेदी, डॉ. रोहित पाण्डेय, शैलेंद्र कुमार यादव, जसवंत यादव, डॉ. श्रेया सिंह और डॉ. अभिषेक तिवारी आदि मौजूद रहें।