प्रयागराज, 26 अगस्त (हि.स.)। संगमनगरी में यमुना किनारे अरैल नैनी स्थित त्रिवेणी पुष्प जिसको सरकार ने पीपीपी मॉडल पर परमार्थ निकेतन को लीज पर दिया है। यहां पर प्रकृतिवेदा वेलनेस सेंटर का संचालन किया जायेगा। यह वेलनेस सेंटर कुम्भ से पहले बनकर तैयार हो जायेगा।
संस्था के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया कि यहां पर देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी लोग योग मेडिटेशन और आयुर्वेद पंचकर्म प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ लेने आएंगे और हमारी भारतीय सभ्यता संस्कृति के साथ-साथ हमारी पुरातन चिकित्सा पद्धति का भी लाभ लेंगे। जिससे उनके अंदर आध्यात्मिकता के साथ उनका मन, शरीर और आत्मा तीनों परिमार्जित होगा। उन्होंने बताया कि प्रयागराज जहां पवित्र नदियों के संगम के साथ साथ धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और शिक्षा का भी संगम रहा है, यहां एक और प्रयाग क्षेत्र की बड़ी विरासत रही है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। यह क्षेत्र जीवन जीने और आरोग्य पाने का भी है, आयुर्वेद के जनक महर्षि भारद्वाज की तपस्थली भी यहीं रही है।
वैलनेस सेंटर के मुख्य संचालक डॉ. पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि प्रयागराज को स्वास्थ्य सम्बंधी उपहार मिलने वाला है। यहां आयुर्वेद, पंचकर्म, योग और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से असाध्य रोगों का इलाज किया जाएगा। इसके साथ प्रयागराज वासियों को प्रतिदिन निःशुल्क योग और मेडिटेशन भी कराया जाएगा। यह वेलनेस सेंटर वर्ष पर्यन्त संचालित होगा। कुम्भ के दौरान देश विदेश से आए पर्यटकों श्रद्धालुओं को इस वैलनेस सेंटर में आयुर्वेद के माध्यम से पंचकर्म, मेडिटेशन, योग की सुविधा प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि यमुना किनारे विस्तृत भूभाग में बना त्रिवेणी पुष्प परमार्थ पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र भी होने जा रहा है। यहां चारों धाम के मंदिर होने के साथ- साथ दिव्य भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा होने वाला है। इसके साथ ही साथ यहां पर बड़ी सी वाटर बॉडी पर लेजर लाइट और साउंड शो जैसी भी कई मनमोहक चीजें भी तैयार हो रही हैं।