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काशीवासियों की हुंकार, बांग्लादेश में बन्द हो हिन्दुओं पर अत्याचार

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वाराणसी,03 दिसम्बर (हि.स.)। बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में मंगलवार को काशी के विभिन्न संगठन एकजुट होकर मुखर रहे। अपरान्ह में हिन्दू रक्षा समिति के बैनर तले नदेसर मिंट हाउस के पास जुटे 102 सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने संतों के साथ कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू एवं अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहा अत्याचार बंद होना चाहिए। देश की राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के लिए कार्यकर्ता पैदल ही जिला मुख्यालय पहुंचे। कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंच कर कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें ज्ञापन सौंपा।

इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा कि बांग्लादेश के अन्दर चुनी हुई सरकार को षड़यंत्र के तहत गिराकर हिन्दू जेनोसाइड का प्लान डीप स्टेट ने रचा। इस षड़यंत्र के तहत मो0 युनुस को शान्ति का नोबेल पुरस्कार दिया गया। इसी पुरस्कार के आधार पर मो0 युनुस को बांग्लादेश की अन्तरिम सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी गयी। जो कानून की दृष्टि से भी विधि सम्मत नहीं थी। उन्होंने कहा कि मो0 युनुस के नेतृत्व में हिन्दुओं के कत्ल का आगाज किया गया। मन्दिर तोड़े गये, हिन्दू बहन-बेटियों का मान मर्दन किया जा रहा। बांग्लादेश के ज्ञात तिहास में अब तक सबसे बड़ा हमला हिन्दुओं पर वर्तमान कार्यवाहक प्रधानमंत्री मो0युनुस के कार्यकाल में हो रहा। उन्होंने कहा कि अब हिन्दू समाज विश्व भर में उठ खड़ा हुआ है और ऐसी घटनाओं को सहन नहीं करेगा। स्वामी जितेन्द्रानन्द ने कहा कि ऐसे ही शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिन्दुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को बांग्लादेश सरकार द्वारा कारावास भेजना अन्यायपूर्ण है। काशी का हिन्दू समाज बांग्लादेश सरकार से यह आह्वान करता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद हों तथा श्री चिन्मय कृष्ण दास को कारावास से मुक्त करें। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की चुप्पी पर प्रश्न करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के सन्दर्भ में अभी तक उपरोक्त सभी ने क्या कार्यवाही की ? यह सम्पूर्ण हिन्दू समाज और भारत वर्ष जानना चाहता है।

दिव्यांगजनों ने की विरोध प्रदर्शन की अगुवाई

बात धर्म पर आयी तो दिव्यांगजन भी पीछे नहीं रहे। ‘‘शांति और सौहार्द चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए। कल नहीं कुछ हल बचेगा, आज लड़े तो कल बचेगा।’’ जैसे उद्घोषों से लिखी तख्तियां लेकर अपने ट्राइसाइकिल पर उन्होंने रैली की अगुवाई की। विरोध प्रदर्शन में उन्होंने बढ़चढ़कर अपनी सहभागिता दिखायी। विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रान्त के प्रान्त प्रचारक रमेश कुमार, वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी, सह प्रांत कार्यवाह डा.राकेश तिवारी, सत्यप्रकाश सिंह, अरविन्द श्रीवास्तव, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, एमएलसी धर्मेन्द्र सिंह, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा आदि ने भागीदारी की। कार्यक्रम का संयोजन भारत विकास परिषद के प्रमोद राम त्रिपाठी एवं संचालन नवीन श्रीवास्तव ने किया।