कानपुर, 14 नवंबर (हि.स.)। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का उत्सव शहर के 23 गंगा घाटों पर उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा। विभिन्न घाटों पर आयोजन को भव्यतम रूप प्रदान करने के लिए गुरुवार को दिन भर तैयारियों का दौर चलता रहा। दीपोत्सव के लिए हर घाट में टीम बनाकर सफाई कराई गयी।
देव दीपावली का केंद्रीय आयोजन गंगा बैराज स्थित पटेल घाट पर पूरे उत्सा्ह के साथ मनाया जाएगा। नगर के बिठूर घाट, सरसैया घाट, मैस्कर घाट, मैगजीन घाट, बाबा घाट सहित 23 घाटों पर दीपदान कर उत्साह मनाया जाएगा। प्रति वर्ष इस आयोजन को हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मनाया जाता रहा है। श्रद्धालुओं को अपने घर के निकट स्थित मंदिरों में दीप प्रज्वलन करने का आग्रह किया गया है। देव दीपावली के दिन भक्त 5 या 11 दीपक जलाकर सुख समृद्धि की कामना करेंगे। शुक्रवार की शाम 6:00 बजे सभी घाटों पर एक साथ आयोजन की शुरुआत दीप जलाकर की जाएगी। बनारस की तर्ज पर होने वाले इस आयोजन में गंगा आरती व वैदिक मंत्रोच्चारण के जरिये वातावरण को भक्तिमय बनाया जाएगा। ड्योढ़ीघाट, शेखपुर, सिद्धनाथ घाट, बंगाली, दपकेश्वर, कोयला, गोला, नानाराव, गुप्तार, भगवतदास, सरसैया, बाबा, काली, श्याम, कमलेश्वर, बाबा आनंदेश्वर, गणेश, भैरव, रानी, मैगजीन, अटल, ब्रह्मावर्त और लक्ष्मण घाट शाम ढलते ही दीपों से जगमगा उठेंगे। हर घाट में कम से कम 1000 दीपक जलाए जाने का अनुमान जताया जा रहा है।
गंगा स्नान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर नगर के प्रत्येक गंगा घाटों पर गुरुवार की मध्यरात्रि से आस्था का सैलाब उमड़ेगा। शुक्रवार को दिन भर लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पवित्र कार्तिक पूर्णिमा महास्नान स्थल, वाले प्रमुख घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। नगर के लगभग सभी गंगा घाटों पर स्नान से लेकर अन्य व्यवस्थाओं और मेले के दौरान पुलिस और फायर बिग्रेड भी तैनात रहेगी। स्नान पर्व व मेले के सकुशल संपन्न कराये जाने के संबंध में पुलिस अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गये हैं। पुलिस के अनुसार इमरजेन्सी सेवा के अतिरिक्त सभी प्रकार के छोटे-बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश गुरुवार को शाम चार बजे से स्नान समाप्ति तक पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित रहेगा।