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कहानी उन्हीं की लिखी जाएगी, जो अपनी जवानी देश के लिए कुर्बान करेंगे : नित्यानंद राय

पटना, 07 सितम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, बिहार प्रांत के प्रथम संगठन मंत्री रविंद्र केसरी शिक्षक सम्मान समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कहानी उन्हीं की लिखी जाएगी, जो अपनी जवानी देश के लिए कुर्बान करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र शक्ति से ही राष्ट्र शक्ति संभव है, तभी जाकर भारत विकसित एवं विश्वगुरु बनेगा।

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने शनिवार को यहां कहा कि आज के भारत में क्रांति लाल सलाम से नहीं, बल्कि छात्रों के अंदर वैज्ञानिक ललक से उत्पन्न होगी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए कहा कि राष्ट्र चेतना के प्रजवल्लन में विवेकानंद का अहम योगदान रहा है। स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेन्द्र था और आज के भारत में भी नरेन्द्र नाम का प्रधानमंत्री भारत एवं भारतीयता का बीजारोपण कर रहा है। समाज में शिक्षकों के योगदान को उन्होंने नमन किया।

नित्यानंद राय ने कहा कि शिक्षकों का दायित्व है कि वो ज्यादा से ज्यादा छात्रों में गुणवत्ता की बीज बोएं और छात्रों का दायित्व है कि वे अधिक से अधिक अपने शिक्षकों से ग्रहण करें।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि रविंद्र केसरी के अंदर बाल्यकाल से ही देश सेवा की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। वे कर्मठ एवं कुशल प्रशासक थे। जब बिहार प्रदेश में उन दिनों अभाविप के गिने-चुने कार्यकर्ता हुआ करते थे, उस विषम परिस्थितियों में भी कठिन परिश्रम और लगन से संगठन को खड़ा करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका संपूर्ण जीवन बिहार एवं संगठन के लिए समर्पित रहा है।

शुक्ला ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान का ऐतिहासिक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक का योगदान साम्राज्य स्थापना से लेकर रामराज्य की संकल्पना एवं सिकंदर की शक्ति को पराजित करने तक रही है। गुरु एवं शिष्य के एक साथ आने से ही राष्ट्र का निर्माण होता है। गुरु एवं शिष्य का मार्ग एकात्म का मार्ग है। उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है। हमारे गुरुओं ने इसे अपने तप, त्याग एवं दीक्षा से सींचा है। हमें इस आधारशिला पर निर्माण करने की आवश्यकता है तथा हमें अपनी बिहारी पहचान पर गौरव करने की आवश्यकता है।

विद्यार्थी विकास परिषद, पटना महानगर के तत्वावधान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, बिहार प्रांत के प्रथम संगठन मंत्री रविंद्र केसरी शिक्षक सम्मान समारोह एएन कॉलेज, पटना के सत्येंद्र नारायण सिन्हा सभागार में शनिवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने केसरी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता ने सभी प्राध्यापकों को सम्मानित किया।

उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर (स्वर्गीय) रविंद्र केसरी का जन्म मुंगेर जिला में हुआ था। उनकी शिक्षा (एम.एस.सी) पीएचडी बॉटनी से हुई थी। वर्ष 1959 में पटना साइंस कॉलेज के प्रोफेसर बने। सन 1972 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार प्रदेश के प्रथम संगठन मंत्री बने।