कन्नौज, 18 सितंबर (हि.स.)। कलेक्ट्रेट परिसर में दो दिवसीय किसान आलू गोष्ठी व प्रदर्शनी का जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने फीता काटकर आरम्भ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि आज ही के दिन जिले की स्थापना हुई थी। स्थापना दिवस के अवसर पर दो दिवसीय किसान आलू गोष्ठी का आयोजन किया गया।
जनपद कन्नौज इत्र, अगरबत्ती, आलू आदि उत्पादों के लिए विख्यात है। यह जनपद बहुत आगे तक जाये, इसके लिये हम लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। जो लेस्टेट टेक्नाॅलाजी है, वैज्ञानिकों द्वारा दी जाने वाली जानकारी को गहनता से सुने और अपने उत्पाद में बढ़ाेत्तरी करें। उत्पाद बढ़ाना चाहते है तो हमे वैज्ञानिक ढंग से खेती करनी होगी। अब वैज्ञानिक ढंग से खेती करने का समय है। खेती में बहुत ज्यादा फर्टिलाइजर डालना उपयोगी नहीं है। बहुत अधिक फर्टिलाइजर का उपयोग करने से मिट्टी की गुणवत्ता में कमी आती है। सही मात्रा के विषय में वैज्ञानिकों से जानकारी प्राप्त करें।
इस अवसर पर आए केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम मेरठ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ अशोक कुमार ने आलू की व्यवसायिक प्रजातियों की खेती के बारे में बताया। उन्हाेंने कहा कि आलू की खेती में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई के महत्व व लाभ पर विस्तार से चर्चा की। जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं पार्टी जिलाध्यक्ष ने संयुक्त रुप से विभिन्न स्टाॅलों का निरीक्षण किया। जिसमें आलू किस्म के बीज, ड्रोन के माध्यम से नैनो डीएपी एवं कीट नाशक दवाओं का छिड़काव, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, हरी खाद, ट्रैक्टर, स्प्रिंकल सिंचाई यंत्र आदि स्टाॅलों से विस्तृत जानकारी ली गयी।