पड़ोसी देश पाकिस्तान में हो रही भव्य एससीओ शिखर बैठक के लिए सदस्य देशों के उच्चायुक्त पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हैं. भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान पहुंच गए हैं. उनकी यह यात्रा नौ साल बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री की पहली यात्रा है। जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. वह इससे पहले 2015 में पाकिस्तान गए थे। फिर वह विदेश सचिव बनकर पड़ोसी देश पाकिस्तान गये। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने स्वागत किया.
इससे पहले 15 अक्टूबर को जब विदेश मंत्री पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के विमान से उतरे तो पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारी इलियास निज़ामी उनकी अगवानी के लिए आगे बढ़े और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उनके स्वागत के लिए पाकिस्तानी बच्चे भी आये थे. उन्होंने फूलों का गुलदस्ता दिया और फोटो भी खींचकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर दी.
पाकिस्तान की सड़कों पर लहराए भारतीय झंडे
पाकिस्तान में एयरपोर्ट से एस जयशंकर को काले रंग की कार में बैठक स्थल तक ले जाया गया. जिस पर भारतीय तिरंगा लगा हुआ था. 15 अक्टूबर की रात को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री द्वारा सभी उच्चायुक्तों, मंत्रियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया था। जहां एस जयशंकर का स्वागत खुद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने किया.
नौ साल बाद भारतीय मंत्री का विदेश दौरा
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते पिछले कई सालों से तनावपूर्ण हैं। कश्मीर में आतंकवाद के मुद्दे पर दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक दूसरे पर जुबानी हमले करते रहे हैं. 2019 में पुलवामा हमले और अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद ये रिश्ते फिर निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा से इन संबंधों में सुधार की उम्मीद जगी है.
रिसेप्शन पर क्या बोले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता?
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वह पाकिस्तान के मेहमान हैं. पाकिस्तान ने इस सम्मेलन में हिस्सा लेने आए सभी नेताओं का स्वागत किया है और भारत के विदेश मंत्री और सभी मेहमानों के लिए पाकिस्तान दुनिया को अपनी मेहमाननवाजी दिखा रहा है.
पाकिस्तान में SCO शिखर सम्मेलन का आयोजन
पाकिस्तान 15 और 16 अक्टूबर को एससीओ सदस्यों की दो दिवसीय बैठक की मेजबानी कर रहा है। इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं. एससीओ में चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और बेलारूस शामिल हैं। इन देशों में दुनिया की 40 फीसदी आबादी और 30 फीसदी जीडीपी रहती है। सभी विदेशी मेहमानों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और राजधानी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सेना तैनात है।