पश्चिम चंपारण(बगहा),20अगस्त(हि.स.)।सशस्त्र सीमा बल सीमा सुरक्षा सहित सामाजिक सुरक्षा और मानव सुरक्षा को ले भी तत्पर रहता है।
इसी क्रम में सोमवार की शाम अंतिम सोमवारी और रक्षाबंधन के अवसर वाल्मीकि आश्रम दर्शन कर लौटते समय तमसा नदी में अचानक से आए पानी का तेज बहाव में फंसे दस श्रद्धालू का सफल रेस्क्यू सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों और जवानों ने किया।
10 श्रद्धालु जो भारत से वाल्मीकि आश्रम (नेपाल) दर्शन करने गये थे।दर्शन करने के उपरांत जब श्रद्धालु वापस आ रहे थे, तो अचानक तमसा नदी में तेज बहाव के साथ पानी का स्तर में वृद्धि हो गई, जिससे सभी श्रद्धालु नदी में फंस गए।
सूचना पर एसएसबी 21 वी वाहिनी एफ- समवाए के समवाय प्रभारी को सूचना प्राप्त होते ही तत्परता दिखाते हुए अपने बलकर्मियों के साथ नदी के पास पहुंच अदम्य साहस ,धैर्य ,कुशलता का परिचय देते हुए मानव श्रृंखला बनाकर उपलब्ध संसाधन का प्रयोग करते हुए सभी 10 श्रद्धालू को, जिसमे आठ पुरूष और दो महिला को सकुशल तमसा नदी से बाहर निकाल लिया गया। इसके उपरांत सभी श्रद्धालु अपने- अपने गंतव्य को प्रस्थान कर गए। सभी श्रद्धालुओं ने 21वीं वाहिनी एफ समवाय स. सी. ब. के कार्मिकों को धन्यवाद दिया । 21 वीं वाहिनी एसएसबी की एक समवाय यहां भारत नेपाल सीमा पर वाल्मीकि आश्रम के नजदीक तैनात रहती है एवं हर पल सहायता हेतु तत्पर रहती है।
इससे पहले भी विगत दिनों एसएसबी के बलकार्मिको ने इस नदी से 69 श्रद्धालु को रेस्क्यू किया था। बरसात के मौसम के वजह से नदी का पानी बढ़-घट रहा है,जिसके कारण दर्शनार्थ आए श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।नदी के तेज बहाव में फंसे श्रद्धालुओं में तुषार गुप्ता के साथ 04 श्रद्धालु महराजगंज उत्तर प्रदेश तथा राहुल कुमार रजक के साथ 04 वाल्मीकिनगर के थे।