वाराणसी,24 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने आगामी त्यौहारों दीपावली,डाला छठ पर ट्रेनों में उमड़ने वाली भारी भीड़ की सुरक्षा और किसी भी तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों में बचाव कार्यवाही को परखने के लिए गुरुवार को फुल स्केल मॉक ड्रिल किया। बनारस कोचिंग डिपो यार्ड की सिक लाइन में 11 एनडीआरएफ और रेलवे पुलिस के जवानों ने ट्रेन में आग का सीन बनाया और यात्रियों को सुरक्षित कर सतर्कता बरतते हुए आग बुझाने का प्रदर्शन किया। मॉक ड्रिल कर त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र,संसाधनों की दक्षता की जांच की गई। मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की 11 वीं बटालियन के डिप्टी कमान्डेंट रामभवन सिंह और वाराणसी रेल मंडल के संरक्षा विभाग से जुड़े अफसर भी मौजूद रहे।
इसके पहले बीते बुधवार को वाराणसी मंडल रेल कार्यालय के भारतेन्दु सभा कक्ष में सरंक्षा बैठक हुई। अपर मंडल रेल प्रबंधक (ऑपरेशन) राजेश कुमार सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) आर एल यादव,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आ.जे चौधुरी,वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी बालेन्द्र पाल,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर राकेश रंजन,वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान सहित अन्य अफसरों की मौजूदगी में संरक्षा पर विमर्श हुआ। इसके बाद एनडीआरएफ के डिप्टी कमान्डेंट रामभवन सिंह ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विषम परिस्थितियों में होने वाली रेल दुर्घटनाओं जैसे ब्रिज ,सुरंग,नदी के पुल पर होने वाले डिरेलमेंट,टकराव अथवा आग लगने, भूकम्प या बाढ़ के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में क्विक रिस्पांस कर घटना के प्रभाव को कम करने, राहत और बचाव की त्वरित कार्यवाही कर अधिकतम जीवन बचाने की प्रक्रिया के बारे में बताया।