गाजियाबाद, 13 सितम्बर (हि.स.)। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल कराने के नाम पर ठगी करने वाले दो ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों ठगों से पूछताछ के आधार पर देश के नौ राज्यों की कुल 39 घटनाओं का खुलासा किया है। जबकि कवि नगर थाना क्षेत्र की दो घटनाओं का खुलासा भी पुलिस ने किया है। इनके कब्जे से मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड बरामद किये गए हैं।
साइबर अपराधियों द्वारा काल सेन्टर में काम करने के दौरान एचडीएफसी लाईफ इन्श्योरेन्स के कस्टमर का डाटा चुराकर एचडीएफसी लाईफ इन्श्योरेन्स के कर्मचारी बनकर एचडीएफसी के पालिसी धारकों को काल कर खुद को हैड क्वाटर मुम्बई का बताकर इन्श्योरेन्स की पालिसी लैप्स होने की बात कहकर किश्त ना जमा करने पर पालिसी लैप्स हो जाने का भय दिखाकर झांसे में लेकर अपने बताये हुए खातों में रुपये जमा कराकर कूटरचित रसीद पालिसी धारक को भेजकर फ्रॉड करते हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी श्रीमती रजनी गोयल निवासी कौशाम्बी गाजियाबाद के साथ 4 लाख रुपये तथा साक्षी मडके के साथ 1 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड की घटना से सीधे जुड़े हैं।
पूछताछ ने आरोपियों ने बताया कि वे लोग साइबर फ्रॉड कालिंग हेतु कीपेड वाले मोबाइल उपयोग करते थे तथा उस नम्बर की व्हाट्स स्मार्टफेन में चलाते थे। स्मार्ट फोन से व्हाट्सअर पर पालिसी धारक को कूटरचित रसीद भेजा करते थे, कालिंग करने के उपरान्त सिम फेंक दिया करते थे। उन्हें सिम तथा बैंक खाता वैशाली गाजियाबाद निवासी फहाउद्दीन उर्फ फहाद नामक व्यक्ति उपलब्ध कराता था। कार्य दिवसों में काल करने के बाद सप्ताहान्त मनाने के लिये पहाड़ाें पर चले जाते थे। साइबर अपराध से अर्जित पैसा ये लोग फहाद से कैश में लेते थे। फहाद 25 प्रतिशत कमीशन लेता था।
अभियुक्त ऋषभ राजपूत कक्षा 10वीं तक पढ़ा है तथा इस अपराध का यही मास्टरमाइण्ड है। ऋषभ ने बीसीए पास सुमित कुमार को अपने साथ 15,000 रुपये मासिक वेतन पर साइबर फ्रॉड की कालिंग करने एवं एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल की कूटरचित रसीद बनाने का काम करवाता था। आरोपियों ने गाजियाबाद निवासी रजनी गोयल से 4 लाख रुपये की एवं साक्षी मडके नामक महिला से 1 लाख रुपये की ठगी राजवीर देसाई बनकर की थी तथा उसे इन दोनों को पालिसी रिन्यूवल की फर्जी रिसीप्ट बनाकर भेजी थी। मुरादाबाद निवासी विचित्र कुमार से ठगी करने के दौरान ही इन लोगों को 12 सितम्बर को थाना क्षेत्र विजय नगर गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त ऋषभ राजपूत के मोबाइल में विचित्र कुमार को भेजी गई। एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल की कूटरचित रसीद मिली तथा पालिसी धारकों को काल करने हेतु प्रयोग किये गये कीपेड मोबाइल भी बरामद हुए।
अभियुक्तों ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी रणविजय पटेल, पीलीभीत निवासी मौहम्मद सिराज शमसी,सुगन्धा, सहारनपुर निवासी वाहिद अहमद, माेहम्मद अदनान, अनीता, लखनऊ निवासी सौरभ वर्मा, महोबा निवासी बल्दू, कौशाम्बी निवासी रोहन गोयल, आगरा निवासी नागेन्द्र प्रताप सिंह, कार्तिक, अयोध्या निवासी रामजी मौर्या, बरेली निवासी आकिव हुसैन, मेरठ के स्पर्श धुपर, गोंडा निवासी चन्द्रभाई, राजस्थान के जयपुर निवासी विजयपाल, नीलेश शर्मा, मोहन लाल अग्रवाल, ज्योति, महेश कुमार रजवानी, हेमन्त चौधरी, अजमेर के शंकर, मध्यप्रदेश के विदिशा निवासी अनिल कुमार दुबे, रतलाम निवासी अवनी बरमेचा, उत्तराखण्ड के देहरादून निवासी लक्ष्मण सिंह, इरफान, हरिद्वार के सुनील कौशिक, बिहार के गौपालगंज निवासी मुदस्सिर अकरम, दिल्ली निवासी सुभाष चन्द , गुजरात के महसाना निवासी, महाराष्ट्र के मुम्बई निवासी मिराज शेख, झारखण्ड के बोकारो निवासी अजय कुमार, तेलंगाना के हैदराबाद सिटी के मोहम्मद वाहिद के साथ एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दिया है ।