ईरान पर इजरायल का हमला: इजरायल ने शनिवार सुबह-सुबह ईरान के सैन्य ठिकानों और राजधानी तेहरान और उसके आसपास के शहरों पर हमला कर दिया। ईरान का कहना है कि इज़रायली हमलों ने इलम, खुज़ेस्तान और तेहरान में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे “सीमित क्षति” हुई।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, धमाकों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ईरान में हो रहे विस्फोटों से अवगत है और स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है.
इराक, सीरिया और लेबनान में भी धमाके किए
ईरान के अलावा इराक और सीरिया में भी कई विस्फोट हुए हैं, जिसके कारण सीरियाई सेना को अपनी हवाई रक्षा सक्रिय करनी पड़ी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीरिया की राजधानी दमिश्क में विस्फोट की खबर है. दियाला और सलाह अल-दीन प्रांतों के बाहरी इलाकों में भी विस्फोट की सूचना मिली है।
ईरान ने हमले की बात स्वीकार की
ईरान ने तेहरान, खुज़ेस्तान और इलम प्रांतों में सैन्य ठिकानों पर हमले की बात स्वीकार की है। इजरायली मीडिया के मुताबिक ईरान के खिलाफ तीन चरणों में हमले किए गए हैं. रिपोर्ट में अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा गया है, ‘हमले का पहला चरण ईरानी हवाई सुरक्षा पर केंद्रित था जबकि दूसरे और तीसरे चरण में मिसाइल और ड्रोन अड्डों और उत्पादन स्थलों को निशाना बनाया गया।
ईरान को अमेरिका की चेतावनी
इजराइली मीडिया के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने ईरान को संदेश भेजा है कि अगर इजराइल जवाब देता है तो हम उसकी रक्षा करेंगे।’ बिडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईरान और इज़राइल के बीच सीधी गोलीबारी बंद होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के पास ईरान के साथ संचार के कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष माध्यम हैं जहां उसने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने ईरान को इजरायली सेना के हमले से सचेत करते हुए कहा, ‘हम हमले और बचाव दोनों के लिए तैयार हैं.’
ईरान में सैन्य ठिकानों पर शनिवार को हुए हमलों में 100 से अधिक इज़रायली विमानों ने हिस्सा लिया। इस हमले में 2000 किलोमीटर की दूरी से F-35 फाइटर जेट का इस्तेमाल किया गया है. एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अमेरिका को ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले के बारे में जानकारी दी गई थी लेकिन वह इस ऑपरेशन में शामिल नहीं था।