ईरान-इज़राइल संघर्ष: इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से दुनिया चिंतित है। ईरान ने करीब 180 मिसाइलें छोड़कर इजराइल पर भारी हमला बोला है, वहीं इजराइली सेना ने भी जवाबी हमले के लिए पूरी तरह से तैयार होने का दावा किया है. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव का असर सबसे पहले कच्चे तेल की कीमतों पर देखने को मिल रहा है, कच्चे तेल की कीमतें एक साथ 5 फीसदी तक बढ़ गई हैं।
ईरान तेल क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी है
ओपेक का सदस्य ईरान भी इस तेल क्षेत्र का सबसे बड़ा खिलाड़ी माना जाता है। साथ ही, ईरान दुनिया को लगभग एक-तिहाई तेल की आपूर्ति करता है। इस हमले के कारण तेल आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान का असर अब दिखने लगा है. जिसे कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल के तौर पर देखा जा सकता है.
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में उछाल
इजराइल और ईरान के बीच तनाव का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर पड़ रहा है. जिसमें वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI क्रूड) की कीमत में अचानक 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है. पिछले दिनों इसमें करीब 2.7 फीसदी की गिरावट आई थी, लेकिन हालिया उछाल के बाद कीमत एक बार फिर 71 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड के दाम की बात करें तो यह करीब 5 फीसदी के उछाल के साथ 75 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर चला गया है।
ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव का असर न सिर्फ कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ रहा है, बल्कि अब इसका असर वैश्विक शेयर बाजारों पर भी पड़ रहा है। इसके अलावा, तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, बांड बढ़ रहे हैं, सोने की कीमतें बढ़ रही हैं और शेयर बाजार गिर रहा है।