अशोकनगर,25 सितम्बर(हि.स.)। जिले में नौकरशाह अपनी भ्रष्ट कारगुजारियों में चर्चाओं में हैं। जिले के पर्यटन क्षेत्र चंदेरी नगरपालिका परिषद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीना राठौर भी अपनी भ्रष्ट कारगुजारियों के कारण चर्चाओं में रहीं। इसी के चलते उनके विरुद्ध नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा निलंबन की कार्रवाई की गई।
निलंबन की यह कार्रवाई मंगलवार को नगरीय प्रशासन के आयुक्त की गई है। यहां यह भी उल्लेखनीय हो कि सीएमओ राठौर की शिकायतें स्थानीय तौर पर कलेक्टर की टीएल मीटिंग में भी आती रहीं, पर कलेक्टर द्वारा जांच के नाम पर मामला आगे नहीं बढ़ सका।
दर असल सीएमओ के निलंबन की वजह एक शिकायत रही, जिसके आधार पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा सीएमओ के विरुद्ध 8 मई 2024 में प्रकरण दर्ज किया गया था। बताया गया है कि प्रकरण की जांच के दौरान शिकायत के कई बिंदु सही पाए गए। जिनमें प्रतिबंधित कॉलोनी में निर्माण कार्य की स्वीकृति देने से लेकर सामग्री के भुगतान की शिकायतें थीं। बताया गया है कि चंदेरी नपा सीएमओ रहते सुश्री राठौर ने एक फर्म एसए टे्रडर्स को 2 नवंबर 2023 से लेकर 19 फरवरी 2024 तक के बीच में विद्युत एवं पेयजल सामग्री के नाम पर 60 लाख रुपए से अधिक के बिल भुगतान किए गए।
इसी तरह महज दस दिन के अंदर अक्टूबर 2023 में कोटेशन मंगाने के नाम पर भी 3.79 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। जोकि जांच के दौरान मध्यप्रदेश नगरपालिका लेखा एवं वित्त के नियम 2018 के प्रावधानों के विपरीत पाया गया। इसी तरह एसडीएम चंदेरी द्वारा सितंबर 2020 में जिस साडा कॉलोनी के भूखंडों की खरीद-फरोख्त एवं नामांतरण पर रोक लगाई थी। उस साडा कॉलोनी में गौरीशंकर बवेले नामक व्यक्ति द्वारा मार्च 2022 में खरीदी गई भूमि पर नपा सीएमओ द्वारा सितंबर 2023 में भवन निर्माण की अनुमति जारी कर दी गई। इन आरोपों के सत्य पाए जाने पर सीएमओ को निलंबित किया गया है। इसी प्रकार जिला मुख्यालय अशोकनगर नगरपालिका में तत्कालीन सीएमओ भी अपनी कारगुजारियों को लेकर चर्चाओं में रहे, जिनके विरुद्ध भी भ्रष्टाचार के मामले प्रचलन में हैं।