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अररिया में किस बीमारी ने ली 5 मासूमों की जान? राज्यस्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची प्रभावित गांव

फारबिसगंज/अररिया , 12 सितंबर (हि.स.)।अररिया जिला के रानीगंज प्रखंड अंतर्गत मझुआ पूरब पंचायत के चिरवाहा वार्ड संख्या 11 में बीते एक पखवाड़ा के दौरान अज्ञात कारणों से बच्चों के बीमार होने एवं मौत मामले की जांच को लेकर आज आठ सदस्यीय विशेष राज्यस्तरीय टीम प्रभावित गांव पहुंची। विशेष जांच टीम द्वारा प्रभावित गांव पहुंच कर प्रभावित परिवारों से मिलकर घटना के संबंध में उनसे विस्तृत जानकारी ली। वही, टीम द्वारा स्थानीय ग्रामीण एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से संभावित कारणों के बारे में जरूरी पूछताछ किया गया। बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिये टीम के सदस्यों द्वारा गांव के भौगोलिक एवं पर्यावरणीय स्थिति का भी जायजा लिया। प्रभावित गांव में अलग-अलग स्थानों से कई प्रकार के सैंपल लिए गए, ताकि सही कारणों तक पहुंचा जा सके।

अररिया सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि पूरे गांव को सेनीटाइज किया गया है और उन्होंने बताया की ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराया जा रहा है. इसके साथ ही हमारे स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव के स्कूल में 24 घंटे तैनात है. प्रथम दृष्टिया चिकनगुनिया से ही ये मौत का मामला सामने आ रहा है. टीम के द्वारा हर स्तर पर जांच की जा रही है और उसके बचाव का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। अगर स्थिति कुछ बिगड़ती है तो उसे हायर सेंटर ले जाने के लिए एंबुलेंस की भी सेवा 24 घंटा गांव में उपलब्ध है. आज पटना से विशेषज्ञों की टीम आई है और वह पता लगा रही है कि किन कारणों से इन मासूम बच्चों की जान गई है।

इस आठ सदस्यीय टीम में राज्य सर्वेक्षण पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार, डब्ल्यूएचओ के राज्य प्रतिनिधि डॉ राजेश वर्मा, कीट वैज्ञानिक प्रशांत कुमार, पूर्वी चंपारण के डीवीबीडीसी अभिषेक कुमार, डीवीबीडीसी शिवहर मोहन कुमार, डीवीबीडीसी मधेपुरा मुकेश कुमार उपाध्याय, डीवीबीडीसी सिवान नीरज कुमार सिंह, डीवीबीडीसी सिवान जावेद मियांदाद शामिल थे।