न्यूयार्क/नई दिल्ली, 03 सितम्बर (हि.स.) अमेरिका ने वेनेजुएला के नेता निकोलस मादुरो के एक हवाई जहाज को जब्त कर लिया है। अमेरिका के न्याय विभाग के अनुसार इस विमान को सोमवार को फ्लोरिडा ले जाया गया है। आरोप है कि निकोलस मादुरो ने धोखाधड़ी और अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन करके इसे खरीदा था।
न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार बाइडेन प्रशासन निकोलस मादुरो को वेनेजुएला में हुए राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को स्वीकार न करने से नाराज है और वह यह दबाव बनाना चाहता है कि मादुरो चुनाव परिणामों को स्वीकार कर सत्ता छोड़ दें।
जहां तक विमान का विषय है, उस मामले में अमेरिकी न्याय विभाग का कहना है कि निकोलस मादुरो ने धोखा देकर अमेरिका से यह विमान खरीदा था। पहले अमेरिका में एक शेल कंपनी (फर्जी कंपनी) बनाकर अमेरिका निर्मित यह विमान खरीदा गया, फिर उसे वेनेजुएला ले जाया गया, ताकि निकोलस मादुरो और उनके सहयोगी इसका उपयोग कर सकें। डसॉल्ट फॉल्कन 900 ईएक्स विमान को एक शेल कंपनी के नाम पर 13 मिलियन डॉलर में खरीदा गया था। अमेरिका के न्याय विभाग, विदेश विभाग और वाणिज्य विभाग ने संयुक्त कार्रवाई कर इस विमान को तब अपने कब्जे में ले लिया, जब यह डोमेनिकन रिपब्लिक में मरम्मत के लिए लाया गया था। अमेरिकी सुरक्षा विभाग इस विमान को फ्लोरिडा ले गया है।
उल्लेखनीय है कि वेनेजुएला में इसी वर्ष 28 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए थे। बाइडेन प्रशासन का आरोप है कि निकोलस मादुरो की चुनाव में हार हुई है पर वे परिणाम को स्वीकार करने की बजाय उसे खारिज कर सत्ता में बने हुए हैं। जबकि 01 अगस्त को ही अमेरिका के राज्य सचिव एंटनी जे. ब्लिंकन ने चुनावों में मादुरो के प्रतिद्वंद्वी एडमंडो गोंजालेज को विजेता के रूप में घोषित किया था। ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, “हम एडमंडो गोंजालेज को उनके सफल अभियान के लिए बधाई देते हैं।”
हालांकि, मादुरो का कहना है कि अमेरिका दुनिया भर खासकर पश्चिमी गोलार्द्ध में अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल कर रहा है और उनके देश में भी नाहक दखल दे रहा है। अमेरिका का कहना है कि वेनेजुएला के खुद के चुनाव पर्यवेक्षकों ने यह साफ तौर पर कहा है कि मादुरो अपनी जीत का कोई भी प्रमाण अब तक पेश नहीं कर पाए हैं।