काबुल: अफगानिस्तान में एक बार फिर शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर बड़ा आतंकी हमला किया गया है. शिया बहुल घोर और दाइकुंडी प्रांतों में आतंकवादियों द्वारा किए गए इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट नाम के आतंकी संगठन ने ली थी.
यह हमला अफगानिस्तान के हजारा शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर किया गया था। इससे पहले इस्लामिक स्टेट ने सभी शिया मुसलमानों को ख़त्म करने का ऐलान किया था. जिसके बाद लगातार हमले बढ़ने लगे हैं. अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान भी आईएस का समर्थन कर रहे हैं. इस हमले की जानकारी देते हुए तालिबान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने बताया कि यह हमला अफगानिस्तान के शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर किया गया था जो इराक में अपने धार्मिक स्थलों का दौरा करके लौट रहे थे.
तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने हमले की कड़ी निंदा की. इस हमले के लिए जो भी जिम्मेदार है उसे कड़ी सजा दी जाएगी.’ अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि हमले में मारे गए सभी लोग शिया मुसलमान थे। हम इस हमले की निंदा करते हैं और इसके लिए जो भी जिम्मेदार है उसे कड़ी सजा देने की मांग करते हैं।’ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि और अफगानिस्तान में अधिकारों के विशेषज्ञ रिचर्ड ब्रेंट ने कहा कि हमने तालिबान को आईएस के हमलों के बारे में कई बार चेतावनी दी है। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इस हमले के लिए आईएस ने मशीन गन का इस्तेमाल किया था.