अयोध्या, 13 अगस्त (हि.स.)। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के निर्देश पर मंगलवार को दोपहर अनुभूति एक प्रयास के अन्तर्गत समाज कार्य विभाग तथा समाजशास्त्र पाठ्यक्रम के शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा मणिपर्वत वृद्धाश्रम में एक विशेष कैंप लगाया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने आश्रम में रहने वाले संवांसियों की मनोसामाजिक समस्याओं, उनकी जरूरतों एवं व्यक्तिगत समस्याओं के विषय में जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने जाना कि कुछ बुजुर्ग अपने परिवार वालों के ताने से तंग आकर घर छोड़ दिया और वृद्धाश्रम पहुंच गये। इन बुजुर्गों के प्रति छात्र-छात्राओं ने प्रेम, लगाव, आदर का भाव प्रदर्शित किया। कैंप में कुछ बुजुर्गों ने बताया कि परिवार वालों की याद तो बहुत आती है, लेकिन घर लौटेंगे नहीं। आश्रम ही घर है और यहाँ रहने वाले उनके परिवार जन।
इस कार्यक्रम का संयोजन समाजकार्य विभाग के समन्वयक डाॅ0 दिनेश कुमार सिंह व समाज शास्त्र की शिक्षिका डाॅ0 प्रतिभा द्वारा किया गया। डाॅ0 दिनेश सिंह ने बताया कि आज कल के बच्चों के पास बुजुगों की देखभाल के लिए समय नही है और न ही उनमें सेवा का भाव है। पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव के कारण परिवारों में आपसी विश्वास, प्रेम, सौहार्द, सामंजस्य और सेवाभाव घटता जा रहा है। इस दौरान डाॅ० प्रज्ञा पाण्डेय, डाॅ० प्रभात सिंह, सीमा, स्वतंत्र कुमार, अभिषेक वर्मा, साक्षी, वात्सल्य, रुचि, समृद्धि सिंह, पिंकी यादव, अनुपमा, आकांक्षा सहित अन्य मौजूद रहे।