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भाग्यशाली रत्न: साल 2025 पर मंगल का अधिपत्य रहेगा, इस राशि की परेशानियां दूर होंगी

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2025 में मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा। इसीलिए इस वर्ष को ‘मंगल नो राज’ कहा जा रहा है। लेकिन इसका क्या मतलब है? दरअसल, अंक ज्योतिष के अनुसार 2025 का योग 2+0+2+5 = 9 होता है। अंक ज्योतिष में अंक 9 का स्वामी मंगल ग्रह को माना जाता है। इसीलिए 2025 को मंगल ग्रह का वर्ष कहा जाता है।

 

मंगल को ऊर्जा, शक्ति, साहस, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, भूमि, वाहन, भवन आदि का स्वामी और शासक माना जाता है। वह ग्रहों के स्वामी हैं, जिनका प्रभाव व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। मंगल के धन होने पर करियर में उन्नति, वित्तीय लाभ और नए अवसर मिलने की संभावना होती है, नकारात्मक होने पर समय चुनौतीपूर्ण हो जाता है। क्रोध, आवेश, दुर्घटना, आर्थिक हानि, संबंध विच्छेद और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं।

मंगल ग्रह का ज्योतिषीय रत्न

ज्योतिष में मूंगा को मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाला एक महत्वपूर्ण रत्न माना जाता है। यदि कुंडली में मंगल की स्थिति अनुकूल नहीं है तो व्यक्ति को करियर में बाधा, संपत्ति संबंधी विवाद, वाहन संबंधी समस्या और विवाह में बाधा जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के प्रभाव को संतुलित करके इन समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में मूंगा पहनने का सुझाव दिया गया है। इससे करियर, संपत्ति, वाहन और विवाह संबंधी समस्याएं जल्द ही दूर हो जाती हैं।

मूंगा धारण करना लाभकारी होता है

मांगलिक दोष निवारण:

मांगलिक दोष को दूर करने के लिए मूंगा एक कारगर उपाय माना जाता है। यह रत्न वैवाहिक जीवन में सुख और शांति लाता है।

कैरियर प्रगति:

मूंगा व्यक्ति को करियर में सफलता दिलाता है। इससे व्यक्ति को नौकरी में तरक्की और व्यापार में लाभ मिलता है।

वित्तीय लाभ:

मूंगा आर्थिक लाभ पहुंचाता है। करियर में बाधाएं, संपत्ति से जुड़े विवाद, वाहन से जुड़ी आर्थिक परेशानियां जल्द ही दूर हो जाती हैं।

स्वास्थ्य सुविधाएं:

मूंगा पहनना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह रक्तचाप, मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद करता है।

आत्मविश्वास बढ़ता है:

मूंगा पहनने से आत्मविश्वास बढ़ता है। मूंगा पहनने से भय की समस्या दूर हो जाती है और व्यक्ति निर्णय लेने में सक्षम हो जाता है।