पिछले महीने जब विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पहुंचे, तो ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने उनकी वापसी को “किंग की वापसी” करार दिया। लेकिन, बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन एक विवाद ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और फैंस का नजरिया पूरी तरह बदल दिया। इस घटना के बाद कोहली को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, यहां तक कि उन्हें अपमानजनक उपाधियां दी गईं।
19 वर्षीय सैम कोंस्टास से भिड़ंत
26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के पहले दिन, ऑस्ट्रेलिया के युवा खिलाड़ी सैम कोंस्टास अपने डेब्यू मैच में शानदार पारी खेल रहे थे। इसी दौरान, विराट कोहली और कोंस्टास के बीच एक अप्रत्याशित टकराव हुआ।
- घटना का विवरण:
- खेल के दौरान कोहली का कंधा सैम कोंस्टास से टकरा गया।
- इसके बाद दोनों के बीच कुछ शब्दों का आदान-प्रदान हुआ।
- अंपायर और उस्मान ख्वाजा ने बीच-बचाव करते हुए मामले को शांत कराया।
- आईसीसी का फैसला:
- विराट कोहली पर मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया गया।
- इसके साथ ही उन्हें एक डिमेरिट पॉइंट भी दिया गया।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का कोहली पर निशाना
इस घटना के बाद, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट कोहली को बुरी तरह निशाने पर लिया।
- ‘द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन’ की आलोचना:
- अखबार ने कोहली को “जोकर कोहली” करार दिया।
- लेख में लिखा गया, “भारतीय ‘सूक’ की युवा खिलाड़ी के स्वप्निल पदार्पण में दयनीय टक्कर के लिए आलोचना।”
- ‘सूक’ तस्मानियाई स्लैंग है, जिसका अर्थ है कायर या रोने वाला बच्चा।
- अन्य मीडिया प्रतिक्रियाएं:
- एक मीडिया हाउस ने कोहली को “क्राईबेबी” का दर्जा दिया।
- ऑस्ट्रेलियाई फैंस और पूर्व क्रिकेटरों ने भी कोहली की आलोचना में हिस्सा लिया।
विराट कोहली की प्रतिक्रिया
विराट कोहली, जो आमतौर पर मैदान पर अपनी भावनाओं को नियंत्रित रखते हैं, ने इस घटना के बाद अपनी गलती स्वीकार की।
- उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से आईसीसी का फैसला माना।
- उनकी स्वीकृति के कारण उन पर अपेक्षाकृत कम जुर्माना लगाया गया।
कोहली की खेल भावना बनाम विवाद
यह घटना कोहली के लंबे करियर में एक असामान्य घटना थी।
- कोहली अपनी आक्रामकता और मैदान पर जोश के लिए जाने जाते हैं, लेकिन यह आमतौर पर खेल भावना के भीतर ही रहता है।
- उनकी आलोचना ने यह सवाल उठाया कि क्या मीडिया और फैंस ने इस घटना को जरूरत से ज्यादा तूल दिया।