सैफ अली खान पर हमला: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले को कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम एंगल से जोड़कर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. अब इस मुद्दे पर एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी की प्रतिक्रिया सामने आई है. जीशान ने कहा कि ऐसे आयोजनों को सांप्रदायिक रंग देना ठीक नहीं है. निश्चित तौर पर यह कानून व्यवस्था का मामला है. किसी को यह देखना चाहिए कि मुंबई खासकर बांद्रा में क्या हो रहा है।’ लेकिन इसे सांप्रदायिक रंग देना ठीक नहीं है.
जीशान सिद्दीकी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं उस स्थिति को समझता हूं जब किसी की जान चली जाती है, मेरे परिवार में भी ऐसा हुआ है। जब किसी पर हमला हो तो यह नहीं देखना चाहिए कि वह हिंदू है या मुसलमान. देश के हर नागरिक की सुरक्षा होनी चाहिए और कानून-व्यवस्था कायम रहनी चाहिए.’
मुंबई में कानून व्यवस्था की स्थिति पहले जैसी नहीं रही
एनसीपी नेता ने कहा, ‘बांद्रा और मुंबई में कानून व्यवस्था की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही. बहुत से लोग सवाल पूछ रहे हैं. जरूर कुछ करना होगा. मुझे विश्वास है कि हमारी सरकार के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करेंगे.’
अक्टूबर में जीशान के पिता और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है और तीन लोग फरार हैं. हमलावरों का तार गुजरात जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ रहा है.
पिता पर हमले के बाद अस्पताल पहुंचे फड़णवीस-जीशान
जिशान ने अपने पिता के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘सीएम फड़णवीस मेरे पिता के करीबी दोस्त रहे हैं। जब पिता पर हमला हुआ तो तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ वे भी अस्पताल आये थे. अजीत दादा भी आये. देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा, “जीशान, बिल्कुल चिंता मत करो। बाबा तुम्हारे पिता होने के साथ-साथ मेरे दोस्त भी रहे हैं।”