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विद्वता के खोखले आवरण में छुपे महामूर्ख हैं प्रो.रामगोपाल यादव : नन्दी

लखनऊ, 08 मई (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा राम मंदिर को लेकर दिए गए विवादित बयान पर साधु-संतों और करोड़ों सनातनियों में गहरी नाराजगी है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने रामगोपाल यादव के बयान पर करारा जवाब दिया है।

मंत्री नन्दी ने अपने बयान में कहा है कि रामगोपाल यादव जो सपा के मुख्य विचारक और तथाकथित विद्वान माने जाते हैं, उनके द्वारा राम मंदिर को लेकर दिया गया यह बयान यह बताता है कि वह विद्वता के खोखले आवरण में छुपे हुए महामूर्ख हैं।

रामगोपाल यादव द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के मंदिर को बेकार कहे जाने पर जवाब देते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि अनवरत संघर्ष, सैंकड़ों बलिदान और सदियों की प्रतीक्षा के बाद दुनिया भर के करोड़ों सनातनियों को अपने आराध्य को टेंट की दुर्दशा में नहीं, बल्कि भव्य भवन में देखने का परम संतोष मिला है।लेकिन न्यायिक निर्णय और लोकतान्त्रिक प्रक्रियाओं से बने आस्था के केन्द्र को केवल मुस्लिम वोटों के लालच में कलंकित करने का कुत्सित प्रयास समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं की नीचता की पराकाष्ठा है। स्पष्ट है कि बहुसंख्यक आस्था पर चोट करना और उनकी भावनाओं को आहत करना रामद्रोही और हिन्दू द्रोही इंडी गठबंधन का एकसूत्रीय एजेंडा है।

उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव जैसे लोग जो सपा के मुख्य विचारक और तथाकथित विद्वान माने जाते हैं, यह बयान बताता है कि वह विद्वता के खोखले आवरण में छुपे महामूर्ख हैं। इस तरह के जहर भरे बयानों का हिसाब रामभक्त 4 जून को आना-पाई चुकता कर देंगे।