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लोनी में कृष्ण वन गौशाला का उद्घाटन: गौ सेवा और शुद्ध दूध के लिए बड़ा कदम

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गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में रविवार को बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कृष्ण वन गौशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय जनता से अपील की कि वे अपनी पहली रोटी गाय को अर्पित करें। इस गौशाला का मुख्य उद्देश्य गौ सेवा को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय लोगों को शुद्ध गाय का दूध उपलब्ध कराना है। यह पहल अश्विनी और ऋषि द्वारा की गई है, जो बैंकिंग क्षेत्र में विभिन्न संस्थानों में उच्च पदों पर कार्यरत रह चुके हैं।

गौशाला का महत्व: विधायक का बयान

विधायक नंद किशोर गुर्जर ने इस गौशाला को अपने गांव गनोली और पूरे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि बैंकिंग जैसी प्रतिष्ठित नौकरी में कार्यरत युवाओं का अपने करियर से अलग हटकर गौ सेवा की ओर रुझान एक ऐतिहासिक बदलाव है।

उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और जड़ों की ओर युवाओं की वापसी का प्रतीक बताया। उनका कहना था कि जो युवा कभी पश्चिमी संस्कृति की ओर आकर्षित हो गए थे, वे अब भारतीय परंपराओं और धर्म से जुड़ रहे हैं।

गाय: भारतीय संस्कृति की आत्मा

गौ माता के महत्व को रेखांकित करते हुए विधायक ने कहा:

  • गाय भारतीय धर्म और संस्कृति का आधार है।
  • यदि गाय का अस्तित्व खत्म होता है, तो सनातन धर्म पर भी संकट आ जाएगा।
  • गाय को ब्रह्मांड का प्रतीक मानते हुए उन्होंने कहा कि इसमें सभी देवताओं का वास होता है।
  • उन्होंने जनता से गाय के लिए पहली रोटी निकालने का आग्रह किया और गौशाला की सफलता की कामना की।

गौशाला के उद्देश्यों और संस्थापकों की दृष्टि

गौशाला के संस्थापक अश्विनी और ऋषि ने इस परियोजना के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने बताया कि गौशाला के संचालन में क्षेत्रीय जनता का सहयोग महत्वपूर्ण रहेगा। इस पहल का उद्देश्य न केवल गायों की सेवा करना है बल्कि क्षेत्र के लोगों को भारतीय परंपराओं और मूल्यों के प्रति जागरूक करना भी है।

गौ सेवा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

इस मौके पर एबीवीपी गाजियाबाद के सह संयोजक और राष्ट्रीय संत सेवा एवं गौ रक्षा कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट नागेश गुर्जर ने गौ माता को “जगत जननी” और पृथ्वी का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि गौ माता का सम्मान करना भारतीय संस्कृति का सम्मान करना है।

गौ सेवा से जुड़े युवाओं का सराहनीय कदम

अश्विनी और ऋषि जैसे युवाओं का अपने व्यस्त करियर से समय निकालकर गौ सेवा जैसे पवित्र कार्य में योगदान प्रेरणादायक है। उनकी यह पहल न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि समाज के लिए भी अनुकरणीय है।

आगे की राह

कृष्ण वन गौशाला के उद्घाटन के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि क्षेत्रीय लोग गौ सेवा और भारतीय संस्कृति को सहेजने के लिए तैयार हैं। गौशाला के संचालन में जनता का सहयोग इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।

इस पहल से न केवल क्षेत्र में शुद्ध दूध की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि भारतीय परंपराओं को भी नई ऊर्जा मिलेगी।