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मेनोपॉज के दौरान वजन बढ़ने के कारण और प्रबंधन

Mixcollage 03 Jan 2025 04 50 Pm

हाल के दिनों में ऐश्वर्या राय को उनके बढ़े हुए वजन के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। इस बीच, खबरें आई हैं कि वह मेनोपॉज से गुजर रही हैं, जो कि हर महिला के लिए एक सामान्य प्रक्रिया है। इस दौरान शरीर में कई बड़े बदलाव आते हैं, और वजन बढ़ना उनमें से एक है। आमतौर पर, 45 साल की उम्र के बाद मेनोपॉज की स्थिति शुरू हो सकती है, जबकि इसके लक्षण 40 की उम्र के बाद धीरे-धीरे प्रकट होने लगते हैं। इस समय तनाव, हॉट फ्लैश, मूड स्विंग, जोड़ों में दर्द, और दृष्टि कमजोर होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। किसी अन्य महिला के शरीर पर टिप्पणी करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये सभी बदलाव जीवन का हिस्सा हैं। असली खूबसूरती सिर्फ बाहरी दिखावट में नहीं, बल्कि इन परिस्थितियों का सामना करने के तरीके में भी है। अपनी उम्र के साथ चुनौतियों का सामना करते हुए आप एक समृद्ध जीवन जी सकती हैं। लेकिन पहले, यह समझना जरूरी है कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं का वजन क्यों बढ़ता है।

हॉर्मोन में बदलाव

महिलाओं के शरीर में पीरियड के दौरान हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, और जब पीरियड बंद होते हैं, तो भी ये बदलाव जारी रहते हैं। इस समय एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर तेजी से गिरता है, जिससे पेट और कमर के हिस्से में वसा जमा होना बढ़ जाता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा, शरीर में इंसुलिन हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, जो मोटापे का कारण बन सकता है।

मेटाबॉलिज्म में कमी

मेनोपॉज के साथ, ऊर्जा के स्तर और शारीरिक सक्रियता में कमी आने लगती है। इससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जो पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। असमय और गलत खाने की आदतें, बढ़ता तनाव, और मांसपेशियों का घनत्व कम होना भी मेटाबॉलिज्म को और घटा देता है। इससे शरीर में कैलोरी बर्न होने की मात्रा कम हो जाती है, जिससे वसा जमा होने लगती है।

आहार और व्यायाम का महत्व

उम्र बढ़ने के साथ अपने शरीर पर ध्यान देना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। आप कुछ कदम उठा सकती हैं:

  1. व्यायाम करें: योग गुरु दीप्ति भूषण के अनुसार, एक स्वस्थ महिला ही अपने परिवार का अच्छे से ख्याल रख सकती है। योग हॉर्मोन को संतुलित करने में मदद करता है और शरीर को लचीला बनाए रखता है। चक्रवक आसन, वृक्षासन, अधोमुख शवासन, सेतुबंधासन, बटरफ्लाई पोज, और चाइल्ड पोज जैसे आसन मेनोपॉज से संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। साथ ही, कार्डियो व्यायाम जैसे टहलना, सीढ़ियां चढ़ना, और जंपिंग जैक भी करें।
  2. आहार पर ध्यान दें: मेनोपॉज के दौरान कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन-डी से भरपूर आहार लें। पाचन को दुरुस्त रखने के लिए फाइबर का सेवन बढ़ाएं। बाहरी भोजन कम से कम करें और स्नैक्स के लिए मेवे और बीज खाएं। कैफीन और शराब से दूरी बनाना शुरू करें। विटामिन-बी1 और बी5 भी आहार में शामिल करें। इसके अलावा, वॉटर रिटेंशन की समस्या से निपटने के लिए मैग्नीशियम का सेवन भी करें।

इन उपायों को अपनाकर आप मेनोपॉज के दौरान अपने वजन को नियंत्रित रख सकती हैं और एक स्वस्थ जीवनशैली जी सकती हैं।