महंगाई पहले से ही लोगों को परेशान कर रही है. ऐसे में दिसंबर महीने में लोगों को एक और बड़ा झटका लग सकता है. आने वाले दिनों में सभी तरह के उत्पाद जैसे तंबाकू और उससे बने उत्पाद और वातित पानी आदि और महंगे हो सकते हैं। जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए गठित जीओएम (मंत्रियों के समूह) ने कुल 148 वस्तुओं की दरों में बदलाव की सिफारिश की है।
हो सकती हैं ये चीजें
महंगी सूत्रों के मुताबिक, जीओएम ने तंबाकू और सभी तंबाकू उत्पादों, वातित पेय (सोडा ड्रिंक-कोल्ड ड्रिंक) आदि पर टैक्स की दर को मौजूदा 28% से बढ़ाकर 35% करने की सिफारिश की है। इसके साथ ही 1500 रुपये तक के रेडीमेड कपड़ों पर 5% जीएसटी लगाने का प्रस्ताव किया गया है, जबकि 1500 से 10,000 रुपये तक के रेडीमेड कपड़ों पर 18% जीएसटी और 10,000 रुपये से ऊपर के रेडीमेड कपड़ों पर 28% तक जीएसटी लगाने का प्रस्ताव किया गया है. जीओएम ने चमड़े के बैग, सौंदर्य प्रसाधन सहित कई लक्जरी वस्तुओं पर जीएसटी बढ़ाने की भी सिफारिश की है। हालांकि, मंत्रियों के समूह ने रोजमर्रा और आम तौर पर इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं को सस्ता करने की सिफारिश की है.
इस दिन होगी बैठक
इधर बताया जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक 21 दिसंबर को होने वाली है. उम्मीद है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बैठक की अध्यक्षता करेंगी और राज्यों के वित्त मंत्री भी इसमें हिस्सा लेंगे. यह भी माना जा रहा है कि इस बैठक में मंत्री समूह की रिपोर्ट पर भी चर्चा हो सकती है. हालांकि, जीएसटी रेट में बदलाव पर आखिरी फैसला जीएसटी काउंसिल ही लेगी. वर्तमान में, जीएसटी में 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के चार स्तरीय कर स्लैब हैं। जीओएम द्वारा 35 प्रतिशत की नई दर प्रस्तावित है।
21 दिसंबर 2024 को राजस्थान के जैसलमेर में जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक में हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर भी फैसला आ सकता है । परिषद ने 9 सितंबर को अपनी पिछली बैठक में जीओएम से बीमा पर जीएसटी लगाने पर रिपोर्ट देने को कहा था। रिपोर्ट को अक्टूबर के अंत तक अंतिम रूप दिया जाना था। पिछले महीने स्वास्थ्य और जीवन बीमा उत्पादों पर जीएसटी पर मंत्रियों के एक समूह की बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में हेल्थ इंश्योरेंस और टर्म लाइफ इंश्योरेंस पर जीएसटी को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है.