पूर्णिया, 2 दिसंबर (हि.स.)।विकसित बिहार 2047 के सपने को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल आज शुरू हुई। सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय दुबे की अध्यक्षता में समाहरणालय प्रज्ञान सभागार में सिटीजन सर्वे के तहत एक विशेष बैठक-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक में प्रमंडल के सभी जिलों के डीएम, डीडीसी, एडीएम, एसडीएम और बीडीओ मौजूद रहे। बिहार सरकार राज्य की दीर्घकालीन विकास यात्रा को एक सुविचारित दिशा देने के उद्देश्य से “बिहार विजन डॉक्यूमेंट 2047” का निर्माण कर रही है।
यह दस्तावेज न केवल बिहार की मौजूदा चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करेगा, बल्कि राज्य को आने वाले 25 वर्षों में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए आवश्यक रणनीति और नीतियों का रोडमैप तैयार करेगा। इसका लोकार्पण 26 जनवरी 2025 को प्रस्तावित है। बैठक में बिहार विजन डॉक्यूमेंट 2047 के नोडल पदाधिकारी आर्य गौतम, बिपार्ड के वरीय सहायक निदेशक, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस मुंबई के प्रोफेसर डॉ. वी वेंकटेश और ट्रांसफॉर्म रुरल इंडिया फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस दस्तावेज की विशेषता जनता की व्यापक भागीदारी है। पहले चरण में नागरिकों के सुझाव, विचार और फीडबैक एकत्र किए जाएंगे, जो राज्य के हर क्षेत्र और वर्ग की आकांक्षाओं को समेटेंगे। जिला पदाधिकारी पूर्णिया कुन्दन कुमार ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सिस्टम तैयार किया जाए, अधिक से अधिक लोगों को जॉब क्रिएटर बनाया जाए और एक सुगम, बेहतर तथा सुरक्षित बिहार बनाने पर ध्यान दिया जाए।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि यह प्रयास राज्य की विकास यात्रा को नई ऊंचाई पर ले जाने और विकसित बिहार के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। बैठक में किशनगंज, कटिहार, अररिया के जिला अधिकारी, सहायक समाहर्ता पूर्णिया, प्रमंडलीय जिला के उप विकास आयुक्त, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।