पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला मुल्तान में खेला जा रहा है, जहां पिच ने एक ऐसा रंग बदला है कि जो कभी बल्लेबाजों के लिए जन्नत मानी जाती थी, आज वह कब्रगाह में तब्दील हो गई है। मुल्तान टेस्ट के सिर्फ दो दिन के खेल में ही 23 विकेट गिर चुके हैं। इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि 23 में से 19 विकेट केवल मैच के दूसरे दिन गिर गए। पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में यह एक दिन में सबसे ज्यादा विकेट गिरने का रिकॉर्ड है।
2003 में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान दूसरे दिन 18 विकेट गिरे थे। 22 साल बाद यह रिकॉर्ड टूटा है।
पाकिस्तान में एक दिन के खेल में गिरने वाले सबसे ज्यादा विकेट:
- 19 – पाकिस्तान बनाम वेस्टइंडीज, मुल्तान, 2025 (दूसरा दिन)
- 18 – पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश, मुल्तान, 2003 (दूसरा दिन)
- 16 – पाकिस्तान बनाम वेस्टइंडीज, कराची, 1998 (तीसरा दिन)
- 16 – पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड, मुल्तान, 2024 (तीसरा दिन)
पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान भी मुल्तान की पिच से खुश नहीं हैं और उनका कहना है कि पाकिस्तान में खेलना अब बाहर खेलने जैसा हो गया है। रिजवान ने कहा, “हमने पहले कभी ऐसे टर्नर पर नहीं खेला, लेकिन जब कोई टीम यहां दौरे पर होती है तो यह सबसे अच्छा होता है। जब आप ऑस्ट्रेलिया जाते हैं, तो वे आपको ड्रॉप-इन पिचों पर खेलने के लिए कहते हैं, भारत भी स्पिनिंग कंडीशन तैयार करता है। पाकिस्तान में खेलना अब हमारे लिए बाहर खेलने जैसा हो गया है, दुबई में भी पहले हमारा कोई नियंत्रण नहीं था।”
मैच की बात करें तो:
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम 230 रनों पर सिमट गई। मोहम्मद रिजवान (71) और साउद शकील (84) ने अर्धशतक जरूर जड़े, लेकिन उनके अलावा कोई बल्लेबाज 20 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सका। दूसरी ओर, वेस्टइंडीज अपनी पहली पारी में सिर्फ 137 रनों पर ढेर हो गई। उनके आखिरी तीन बल्लेबाज टॉप स्कोरर रहे। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान 3 विकेट के नुकसान पर 109 रन बना चुका था, और उनकी लीड 202 रनों की हो गई थी।