दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री आवास को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जिस बंगले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल निवास करते थे, उसे भाजपा और कांग्रेस ने ‘शीशमहल’ करार दिया है। अब इस बंगले पर खर्च को लेकर सीएजी (CAG) रिपोर्ट लीक हो गई है, जिसमें भारी अनियमितताओं का दावा किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को परिवर्तन रैली के दौरान इस मुद्दे पर केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए इसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया।
क्या कहती है CAG रिपोर्ट?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएजी ने कहा है कि मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण पर ₹33 करोड़ से अधिक खर्च किए गए, जबकि शुरुआती बजट केवल ₹7.9 करोड़ था।
- नवीनीकरण की शुरुआत: 2020 में, जब यह बंगला अरविंद केजरीवाल के नाम आवंटित था।
- खर्चों का विवरण:
- 88 इंच का OLED TV (8K LG): ₹28.9 लाख।
- 10 अन्य OLED TV (4K Sony): ₹43.9 लाख।
- माइक्रोवेव ओवन: ₹1.8 लाख।
- दो स्टीम ओवन: ₹6.5 लाख।
- वॉशिंग मशीन: ₹1.9 लाख।
- 10 बेड और सोफे: ₹13 लाख।
सुख-सुविधाओं की व्यवस्था:
- जकूज़ी, सॉना, और स्पा: ₹19.5 लाख।
- 7 सर्वेंट क्वॉर्टर: ₹19.8 करोड़ में बनाए गए।
सीएजी रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग ने बार-बार अनुरोध के बावजूद ऑडिट के लिए सभी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए।
भवन की सुविधाएं और फर्निशिंग
- लोकेशन: 6 फ्लैगस्टाफ रोड, 21,000 स्क्वायर फीट में फैला।
- कक्ष:
- 8 बेडरूम, 3 मीटिंग रूम, 2 ड्रॉइंग रूम।
- 2 किचन, 12 टॉयलेट, और 1 डायनिंग हॉल।
- फर्नीचर:
- 24 सोफा, 76 टेबल, 45 कुर्सियां।
- 8 बेड, 5 रिक्लाइनर सोफा (₹81,000 प्रति सोफा)।
- अन्य उपकरण:
- 75 बोस सीलिंग स्पीकर।
- 50 एसी, जो किचन, टॉयलेट, और जिम में लगे थे।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
- भाजपा का हमला:
- भाजपा ने इस बंगले को ‘शीशमहल’ कहते हुए अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया है।
- पार्टी ने याद दिलाया कि सत्ता में आने से पहले केजरीवाल ने बड़े बंगले और गाड़ियों का विरोध किया था।
- कांग्रेस का बयान:
- कांग्रेस ने इसे “शीशमहल घोटाला” करार दिया और कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
- अरविंद केजरीवाल का जवाब:
- केजरीवाल ने कहा, “यह मेरा व्यक्तिगत घर नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री आवास है। जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह इसी घर में रहेगा।”
- उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद उन्होंने यह आवास खाली कर दिया था।
वर्तमान स्थिति: फिलहाल यह बंगला दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के नाम आवंटित है।
क्या है विवाद का असर?
- सीएजी रिपोर्ट का जिक्र:
सीएजी ने न केवल बजट बढ़ने की बात कही है, बल्कि खर्च की प्रक्रिया में अनियमितताओं का भी आरोप लगाया है। - वोट बैंक पर असर:
इस मुद्दे को भाजपा और कांग्रेस दोनों ने चुनावी मुद्दा बना लिया है, जिससे आम आदमी पार्टी (AAP) दबाव में है।