गोरखपुर, 20 अगस्त (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन के कर कमलों द्वारा विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले 43 वें दीक्षांत समारोह के प्रतीक चिन्ह (लोगो) का लोकार्पण किया गया।
विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम पुरूस्कार प्राप्त शक्ति सिंह, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर, दी.द.उ.गो.वि.वि. के द्वारा रचित लोगो को चुना गया।इस अवसर पर अनुश्रवण समिति की संयोजक प्रो नंदिता सिंह, कुलसचिव प्रो शान्तनु रस्तोगी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अनुभूति दूबे, लोगो प्रतियोगिता संयोजक प्रो सुधा यादव एवं सदस्य लोगो समिति उपस्थित रहे।
43वें दीक्षान्त समारोह के प्रतीक चिन्ह (लोगो) के चयन हेतु एक प्रतियोगिता का आयोजन विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए सम्पन्न हुई। इस प्रतियोगिता में कुल 86 प्रविष्टियां प्राप्त हुयी इस प्रतियोगिता का निर्णय दिनाॅक 17.08.2024 सायं 05.00 बजे प्रो निशा जायसवाल, सुप्रसिद्ध मिनिएचर आर्टिस्ट एवं अवकाश प्राप्त आचार्य राजनीतिशास्त्र, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुशल निर्देशन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर लोगो प्रतियोगिता के सह समन्वयक डाॅ. प्रदीप कुमार साहनी एवं सदस्यों डाॅ. प्रदीप राजौरिया, डाॅ. दीपा श्रीवास्तव का सहयोग प्राप्त हुआ। डाॅ. गौरी शंकर चौहान, डाॅ. सर्वेश कुमार पाण्डेय एवं डाॅ. गिरजेश कुमार वर्मा का विशेष सहयोग रहा।
इस प्रतियोगिता के विजयी प्रभिागियों का विवरण निम्नलिखित है-
1- प्रथम पुरूस्कार:शक्ति सिंह, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर, दी.द.उ.गो.वि.वि., गोरखपुर।
2- द्वितीय पुरूस्कार:जूली चैहान, बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर, महंत रमाशंकर दास म.महा. वि. विशुनपुर, रामपुर पाण्डे, खजनी, गोरखपुर।
3-तृतीय पुरूस्कार:आकाश कुमार, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर, दी.द.उ. गो.वि.वि., गोरखपुर।4-सांत्वना पुरूस्कार:देवांसु लाल अग्रहारी, बी.ए. पंचम सेमेस्टर, दी.द.उ. गो.वि.वि., गोरखपुर।5- सांत्वना पुरूस्कार:अभिषेक कुमार जैसवार, एम.ए. चतुर्थ सेमेस्टर, दी.द.उ. गो.वि.वि., गोरखपुर।6-सांत्वना पुरूस्कार:मों. अफताब आलम, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर, दी.द.उ. गो.वि.वि., गोरखपुर। इस प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय एवं उससे सम्बद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थी ही प्रतिभाग किया।प्रतिभागियों को अपने डिजाइन 10 इंच 10 इंच के आकार में या 10 इंच के व्यास वाले वृत्त में बनानें की खा गया था। इस डिजाइन में विश्वविद्यालय के सूत्र वाक्य (आ नो भद्राः कतवो यन्तु विश्वतः) एवं कुल चिन्ह लोगो (एम्बलम) का होना तथा डिजाइन में 43 वॉ दीक्षान्त समारोह या 43th convocation तथा NAAC Accredited A++ एवं CGPA 3.78 होना
लिखा होना आवश्यक था।
डिजाइन में अधिकतम तीन रंगो का प्रयोग करना था। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार विजेताओं को क्रमशः 5000, 3000 एंव 2000 की प्रोत्साहन धनराशि तथा प्रमाण पत्र दिया जायेगा। तीन सांत्वना पुरस्कार विजेताओं को भी प्रमाण पत्र दिया जायेगा।