दुनिया का सबसे मजबूत पासपोर्ट: हेनले पासपोर्ट इंडेक्स हर साल दुनिया के सभी देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग जारी करता है। इस साल भी हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने सभी देशों की रैंकिंग जारी की है. यह रैंकिंग इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईटीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए विशेष आंकड़ों के आधार पर तय की जाती है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की शुरुआत हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष डॉ. क्रिश्चियन एच. केलिन द्वारा की गई थी।
आइए आपको बताते हैं कि कैसे दुनिया के सभी देश आर्थिक रूप से सबसे ताकतवर बन गए। वैसे ही हर देश चाहता है कि उसके देश का पासपोर्ट दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट बने। ये एक तरह की प्रतियोगिता है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि आखिर किन मापदंडों के आधार पर यह तय किया जाता है कि देश का सबसे ताकतवर पासपोर्ट कौन सा है? आइए आपको इस सवाल का जवाब आसान भाषा में देते हैं कि पासपोर्ट के जरिए कितने देशों में बिना वीजा के प्रवेश किया जा सकता है। इसी आधार पर पासपोर्ट की ताकत मापी जाती है.
दुनिया का सबसे मजबूत पासपोर्ट 2023
देश | पद | किन देशों को वीजा की आवश्यकता नहीं होती है |
सिंगापुर | 1 | 192 |
जर्मनी | 2 | 190 |
ऑस्ट्रिया | 2 | 189 |
डेनमार्क | 3 | 188 |
बेल्जियम | 3 | 187 |
ऑस्ट्रेलिया | 4 | 186 |
कनाडा | 4 | 185 |
लिथुआनिया | 4 | 184 |
लातविया | 5 | 183 |
एस्तोनिया | 5 | 182 |
साल 2023 में दुनिया के सबसे मजबूत पासपोर्ट की रैंकिंग में भारत भी शामिल हो गया है. आइये जानते हैं दुनिया में किस देश को क्या रैंकिंग मिली है?
शीर्ष पासपोर्ट कौन से हैं
आपको बता दें कि इस साल सिंगापुर का पासपोर्ट टॉप पर है। इसका मतलब साफ है कि दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट सिंगापुर का है। सिंगापुर के नागरिक दुनिया के 192 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। दूसरा स्थान जर्मनी, इटली और स्पेन के पासपोर्ट को दिया गया है। इसके बाद जापान के साथ ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया और स्वीडन को तीसरा स्थान मिला है। वहीं, यूके के पासपोर्ट को टॉप-4 और अमेरिका के पासपोर्ट को 8वां स्थान मिला है।
भारत की रैंकिंग क्या है?
वर्ष 2023 में भारत का पासपोर्ट 80वें स्थान पर रहा है। भारत के साथ-साथ टोगो और सेनेगल को भी 80वें स्थान पर रखा गया है। इंडेक्स के मुताबिक, भारत, टोगो और सेनेगल के पासपोर्ट उपयोगकर्ता 57 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। वहीं, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश के पासपोर्ट को कमजोर बताया गया है। उन्हें 100वीं रैंकिंग मिली है.