लखनऊ: कांग्रेस समेत 18 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है. इन पार्टियों का कहना है कि संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए.
इसको लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सरकार ने यह भवन बनाया है, इसलिए इसका उद्घाटन करने का अधिकार उसे है.
उद्घाटन समारोह को आदिवासी महिलाओं के सम्मान से जोड़ने के विपक्ष के तर्क के जवाब में उन्होंने कहा, ‘तो उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदीजी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करते समय सोचना चाहिए था.
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी की बैठकों के चलते रविवार को होने वाले समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।
उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि, चाहे केंद्र की पिछली कांग्रेस नीत सरकार हो, या वर्तमान भाजपा नीत सरकार, मैंने हमेशा जनहित के मुद्दों पर राजनीति से ऊपर उठकर किसी भी सरकार का समर्थन किया है. इसलिए मैं 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन का स्वागत करता हूं। द्रौपदी मुर्मू द्वारा उस भवन का उद्घाटन नहीं करने को लेकर उन्होंने कहा, ‘सरकार ने इसे बनवाया है, इसलिए सरकार को इसका उद्घाटन करने का अधिकार है. उस समारोह को आदिवासी महिलाओं के सम्मान से जोड़ना अनुचित है। विपक्ष को द्रौपदीजी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करते समय यह सोचना चाहिए था कि उन्हें निर्विरोध नहीं चुना जाना चाहिए।