सर्दियों की शुरुआत के साथ ही बिजली कटौती की शिकायतों में भारी कमी आई है। इससे विभागीय अधिकारी निर्बाध बिजली आपूर्ति से राहत महसूस कर रहे हैं और अन्य कार्यों पर ध्यान दे रहे हैं। इसी कड़ी के तहत गलत तरीके से लगाए गए मीटरों की जांच की जा रही है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के मीटर उतारने की कार्रवाई की गई है।
पंजाब सरकार द्वारा 300 यूनिट मुफ्त बिजली योजना शुरू करने के बाद नए कनेक्शनों में भारी वृद्धि हुई है। हर क्षेत्र में गलत तरीके से मीटर लगाने की होड़ मची हुई थी और एक घर में 2 मीटर लगाकर मुफ्त बिजली योजना का दोगुना लाभ लेने की कोशिश की गई थी।
नए मीटर लगने से बिजली की मांग ने रिकॉर्ड तोड़ दिया और सरकार पर सब्सिडी का बोझ बढ़ गया। नए कनेक्शनों के कारण बिजली की मांग इतनी बढ़ गई कि पावरकॉम प्रबंधन को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके चलते पावरकॉम ने गलत तरीके से लगाए गए मीटरों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है ताकि भविष्य में विभाग को राहत मिल सके।
गलत तरीके से लगे मीटरों पर कार्रवाई से एक तरफ जहां पावरकॉम को फायदा होगा, वहीं दूसरी तरफ सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये की बचत होगी। इसी वजह से पावरकॉम ने चेकिंग अभियान शुरू किया है, जिसके तहत गलत तरीके से मीटर लगाने वालों के मीटर उतारे जा रहे हैं। इसके साथ ही सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए विभाग बिजली व्यवस्था में सुधार करने में जुट गया है और तारों को बदलने, ट्रांसफार्मर अपडेट करने समेत लंबित कामों पर ध्यान दे रहा है। इससे आने वाले गर्मी के मौसम में बिजली की शिकायतें कम होंगी और उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।
हर क्षेत्र में सैकड़ों कनेक्शन 1-2 किलोवाट के स्थिर लोड पर 4-5 किलोवाट लोड पर चल रहे हैं। ऐसे कनेक्शनों के कारण विभाग को क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले सही लोड का पता नहीं चल पाता, जिससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो जाते हैं। विभाग द्वारा जारी मीटरों के लोड के अनुसार ही संबंधित क्षेत्र में ट्रांसफार्मर लगाए जाते हैं। लेकिन संबंधित ट्रांसफार्मर के बिजली उपभोक्ता ट्रैक्शन लोड से कई गुना अधिक बिजली का उपयोग करते हैं।
इसके चलते दिक्कतें आने लगती हैं। अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसफार्मर ने ज्यादा लोड नहीं लिया और फ्यूज उड़ गया। विभाग ने ऐसे उपभोक्ताओं पर शिकंजा कसने की योजना बनाई है। अधिकारियों का कहना है कि स्वीकृत लोड से ज्यादा बिजली इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता अपना लोड बढ़वा लें, अन्यथा विभागीय जांच में उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि मुफ्त बिजली योजना की आड़ में 300 यूनिट से अधिक बिजली इस्तेमाल करने वाले कई बिजली उपभोक्ता अपने बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं, जो पावरकॉम के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। इसके चलते पिछले कुछ दिनों से कई कनेक्शन काटे जा चुके हैं और बकाया राशि का भुगतान न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों ने भुगतान नहीं किया है उनके बिल लगातार लंबित हैं और राशि बढ़ती जा रही है, इसे जल्द से जल्द वसूला जाएगा।
उत्तरी जोन के मुख्य अभियंता रमेश लाल सारंगल ने बताया कि शिकायतें कम हुई हैं, जिसके चलते विभाग लंबित कार्यों पर ध्यान दे रहा है। नियमों के विरुद्ध जाकर गलत कनेक्शन लेने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह बकायादारों से वसूली और लोड बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जाएगा।