फ्लाइट टिकट डिस्काउंट: इस साल दिवाली पर हवाई जहाज से यात्रा करने वाले यात्रियों को फ्लाइट टिकट पर बंपर छूट मिल रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू उड़ानों से यात्रा करने वाले टिकटों में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई है। फ्लाइट से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही हवाई जहाज के ईंधन की कीमतों में भी गिरावट देखी जा रही है। इस वजह से यात्रियों को टिकटों पर भारी छूट दी जा रही है।
गतिशील मूल्य निर्धारण एल्गोरिथ्म का उपयोग
एयरलाइन कंपनियाँ डायनेमिक प्राइसिंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल करती हैं, जिसके तहत मांग बढ़ने पर किराया बढ़ाया जाता है। खास तौर पर होली और दिवाली जैसे छुट्टियों के त्योहारों पर किराया बढ़ाया जाता है। हालांकि, इस बार इसमें गिरावट देखी जा रही है। दिवाली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है और कई लोग परिवार के साथ या छुट्टियां मनाने के लिए यात्रा करते हैं। टिकटों की मांग में इस उछाल के कारण, कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि एयरलाइंस बुकिंग की मात्रा के आधार पर किराए में बदलाव करती हैं।
घरेलू मार्गों पर 20-25% की गिरावट
ट्रैवल पोर्टल ixigo के विश्लेषण से पता चला है कि घरेलू मार्गों पर औसत हवाई किराए में 20-25% की गिरावट आई है। ixigo ग्रुप के सीईओ आलोक बाजपेयी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “पिछले साल दिवाली के आसपास हवाई किराए में सीमित क्षमता के कारण उछाल आया था, जिसका सबसे बड़ा कारण गो फर्स्ट एयरलाइंस का निलंबन था। हालांकि, इस साल हमें कुछ राहत मिली है। क्योंकि तब से अतिरिक्त क्षमता जोड़ी गई है, जिसके कारण अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में प्रमुख मार्गों पर औसत हवाई किराए में 20-25% की गिरावट आई है।”
इस रूट पर फ्लाइट टिकट सबसे सस्ते हुए हैं
विश्लेषण के अनुसार, औसत हवाई किराए में सबसे अधिक गिरावट बेंगलुरु-कोलकाता उड़ान के लिए 38% रही है, जो पिछले साल 10,195 रुपये से घटकर इस साल 6,319 रुपये हो गई है। वहीं, चेन्नई-कोलकाता रूट पर टिकट की कीमत 8,725 रुपये से 36% घटकर 5,604 रुपये हो गई है।
मुंबई-दिल्ली फ्लाइट का औसत किराया 8,788 रुपये से 34% घटकर 5,762 रुपये हो गया है। इसी तरह, दिल्ली-उदयपुर रूट पर टिकट की कीमत 11,296 रुपये से 34% घटकर 7,469 रुपये हो गई है। दिल्ली-कोलकाता, हैदराबाद-दिल्ली और दिल्ली-श्रीनगर रूट पर यह गिरावट 32% है।
तेल की कीमतों में 15% की गिरावट
बाजपेयी के अनुसार, इस साल तेल की कीमतों में 15% की गिरावट ने भी इस गिरावट में योगदान दिया है। इससे त्यौहारी सीजन के दौरान यात्रियों को ज़्यादा किफ़ायती विकल्प मिल रहे हैं।