FD दरें: अक्टूबर महीने की शुरुआत के साथ ही कुछ बैंकों ने अपनी FD दरों में बदलाव किया है। कई बैंक समय-समय पर FD दरों में संशोधन करते रहते हैं। पिछले कुछ दिनों में पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध और बैंक ऑफ बड़ौदा ने FD दरों में संशोधन किया है। अब ग्राहकों को FD पर 8.05 फीसदी तक ब्याज मिल सकेगा। हालांकि, ये सभी ब्याज दरें 3 करोड़ रुपये से कम की FD पर लागू होंगी।
1- पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक 400 दिनों की एफडी पर सबसे ज्यादा 7.25% ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को 7.75% और अति वरिष्ठ नागरिकों को 8.05% ब्याज दिया जा रहा है। ये दरें 1 अक्टूबर से प्रभावी हैं।
2- पंजाब एंड सिंध बैंक
पंजाब एंड सिंध बैंक लोगों को 2.80 फीसदी से लेकर 7.25 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। यह ब्याज 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के लिए दिया जाता है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.50 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज दिया जाता है। वहीं सुपर सीनियर सिटीजन को 222 दिन, 333 दिन, 444 दिन, 666 दिन और 999 दिन की अवधि पर 0.15 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज दिया जाता है। ये दरें 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी हो गई हैं।
3- बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के लिए लोगों को 4.25% से लेकर 7.15% तक ब्याज देता है। वरिष्ठ नागरिकों को 4.75% से लेकर 7.60% तक ब्याज दिया जाता है। ये नई दरें 3 अक्टूबर से प्रभावी हो गई हैं।
FD के 5 फायदे हैं
बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है। FD में निवेश की सुविधा 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के लिए मिलती है। बैंकों में जमा रकम पर भरोसा होने के साथ-साथ आपको इस पर एक तय समय पर एक तय ब्याज भी मिलता है। उस समय बाजार की स्थिति चाहे जो भी हो, आपको जमा रकम पर एक तय ब्याज मिलेगा। FD की सिर्फ यही खासियत नहीं है, बल्कि इसके कई ऐसे फायदे हैं जो हमें पता होने चाहिए। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 दमदार फायदों के बारे में।
1- आप इमरजेंसी में पैसे निकाल सकते हैं
एफडी कराने के बाद आपके पास मैच्योरिटी से पहले भी पैसे निकालने का मौका होता है। हालांकि, समय से पहले निकासी के लिए कुछ चार्ज देना पड़ता है। अलग-अलग बैंकों में यह अलग-अलग होता है। आम तौर पर यह एक फीसदी तक हो सकता है। एफडी की इसी खासियत की वजह से इसे लिक्विड इन्वेस्टमेंट भी कहा जाता है। अगर अचानक कोई इमरजेंसी आ जाए तो आप तुरंत एफडी से पैसे निकाल सकते हैं।
2- आपको लोन भी मिलेगा
FD की एक और खासियत यह है कि आप इसके बदले लोन भी ले सकते हैं। अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए तो आप FD तुड़वाए बिना इसके बदले लोन ले सकते हैं। आमतौर पर FD की 90 फीसदी तक रकम लोन के तौर पर आसानी से मिल जाती है। आमतौर पर FD के बदले लोन पर ब्याज FD से एक फीसदी ज्यादा होता है।
3- निश्चित ब्याज मिलता है
ब्याज दरों में होने वाले बदलाव का असर FD पर नहीं पड़ता है। एक बार जब आप FD में निवेश करते हैं, तो आपको गारंटीड ब्याज दर मिलती है। इस दौरान अगर ब्याज दर कम भी हो जाती है, तो भी आपको तय ब्याज मिलता रहेगा। अगर बैंक इस दौरान अपनी ब्याज दर बढ़ाता है, तो निवेशक को इसका फायदा नहीं मिलता। वहीं अगर वह इसे घटाता भी है, तो निवेशक को नुकसान होता है।
4- एफडी के कई विकल्प
FD में निवेश के लिए कई विकल्प हैं। इसमें आप अपनी रकम और समय के हिसाब से FD करवा सकते हैं। आमतौर पर 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के लिए FD करवाई जा सकती है। SBI न्यूनतम 1000 रुपए की FD करता है। वहीं, SBI में FD की अधिकतम रकम की कोई सीमा नहीं है।
5- जोखिम मुक्त एफडी
देश में फिक्स्ड डिपॉजिट को सबसे जोखिम मुक्त निवेश विकल्प माना जाता है। बैंकों पर RBI की निगरानी रहती है। किसी भी अन्य डिपॉजिट विकल्प की तुलना में FD एक सुरक्षित विकल्प है।